कानपुर देहात: जिले में सरवनखेड़ा ब्लाक क्षेत्र के भदेशा गांव में दहशत का माहौल है. दरअसल, कोरोना मरीज के अंतिम संस्कार में बड़ी तादात में ग्रामीण शामिल हुए थे. इसके अलावा जिले के स्वास्थ्य विभाग के लिए भी अब बड़ी चुनौती है कि सभी को खोजबीन कैसे करें. वहीं अब जिले के प्रशासनिक अधिकारी उनकी जानकारी पता लगाने में जुटे हैं.
जनपद में कोरोना मरीज की मौत की सूचना मिलने पर आस पास के गांव से भी कई लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे थे. उन लोगों को उस समय तक पता नहीं था कि यह पॉजिटिव है. साथ ही दिवंगत का व्यवहार अच्छा था, जिसके चलते अंतिम संस्कार में भी भीड़ जुटी और नाते रिश्तेदार भी पहुंच गए. अब समस्या यह है कि इन सभी की तलाश किस तरह से विभाग करें. कई लोग तो खुद से सामने आ रहे हैं, लेकिन जो बाहर के लोग है, उन्हें तो पता तक नहीं होगा कि मृतक पॉजिटिव था. इसके बाद से ही पूरे गांव में दहशत का माहौल है और कोई भी गांव से बाहर नहीं जा रहा है. पूरे गांव में जिले के अधिकारियों द्वारा अपील कर दी गई है कि कोई भी गांव से बाहर न निकले व पूरे गांव को सील कर दिया गया है.
अकबरपुर एसडीएम आनंद कुमार सिंह ने बताया कि पूरे गांव में सबसे बड़ी जानकारी ये जुटाई जा रही है, कि आखिरकार अंतिम संस्कार में कितने लोग और कौन-कौन शामिल हुए थे. साथ ही ऐसे लोगों की पहचान पूछताछ कर परिजनों द्वारा भी की जा रही है. पूरे गांव में लोगों से अपील की गई है कि जो लोग भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे, वे खुद से ही बता दें जिससे कि समय रहते उनका इलाज किया जा सके.