कानपुर देहातः जिले के डेरापुर क्षेत्र से गुजरी सेंगुर नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से तटवर्ती इलाके के करीब एक दर्जन गांव की फसलें डूब गई हैं. खेतों में फसल खराब होने के डर से अब किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं. किसानों के मुताबिक, सेंगुर नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में घुस रहा है, जिससे धान, बाजरा और मक्का की फसलें खतरे में दिख रही हैं. वहीं इस मुद्दे को लेकर मंगलवार देर शाम जिलाधिकारी ने सभी क्षेत्राधिकारियों के साथ अहम बैठक की.
वर्षा ऋतु में जहां अभी तक बारिश कम होने से किसानों के चेहरे मुरझाए थे. वहीं इस माह में बीते कुछ दिनों से हुई बारिश के चलते सेेंगुर नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे पानी खेतों में घुस गया है. इससे कानपुर देहात के डेरापुर तहसील क्षेत्र के खल्ला फरीदपुर, निठर्रा, मल्लाहनपुरवा, डेरापुर, सरगांव खुर्द, चंपतपुर और बलाई सहित कई अन्य नदी किनारे बसे गांव के किसानों के खेत पानी से लबालब हो गए हैं.
बताया गया कि बारिश और बांध से छोड़े गए पानी के कारण नदी का जलस्तर इस समय बढ़ गया है. अब किसानों को यह भय सता रहा है कि अगर और जलस्तर बढ़ा तो शेष खेत भी इसकी चपेट में आ जाएंगे, जिससे किसान बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएंगे.
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़ वाले इलाकों में सभी क्षेत्राधिकारियों को आदेशित कर दिया गया है. जो भी गांव और ग्रामीणों की फसल बाढ़ की चपेट में आ जाने से हानि होगी उसका मौका मुआयना कराने के बाद हर्जाना दिया जाएगा. सभी क्षेत्राधिकारियों के साथ आज बाढ़ को लेकर बैठक की गई है.