कानपुर देहातः राष्ट्रपति के गृह जनपद में नाथ समुदाय के लोग आज भी आदिवासी जीवन जीने के लिए मजबूर हैं. चुनाव के दौरान नेता सपेरा जाति के लोगों के लिए अनेको योजनाएं चलाने के वादे तो करते हैं लेकिन हकीकत इसके विपरीत है. ETV भारत की टीम ने जाकर नाथ समुदाय के लोगो के डेरे में रियल्टी चेक किया तो तस्वीरें जस की तस देखने को मिली. इन जाति के लोगों को केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की किसी योजना का लाभ मिला है.
वादा करके भूले नेता
सपेरा समुदाय के लोग आज भी ये आस लगाए बैठे हैं कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नाथ समुदाय से आते हैं और गुरु गोरखनाथ की कृपा से इन पर भी मेहरबानी करेंगे. जिसको लेकर ये सभी सूबे के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री से गुहार लगा रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हें भी मिले.बीजेपी की दिग्गज नेता मेनिका गांधी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में खुले मंच से ये कहा था कि सरकार आने के बाद नाथ समुदाय सपेरा जाति की तस्वीर व हालात बदलेगी. इस समुदाय के लिए अनेको योजनाएं अलग से बनाई जाएगी, लेकिन अभी तक इन समुदाय के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.
कच्चे मकानों में रहने को मजबूर
जिले के रूरा नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नम्बर 2 जोगी डेरा में लोगों प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला पाया है. जबकि 2014 लोकसभा चुनाव के टाइम सपेरा नाथ समुदाय के लोगों की तस्वीर बदलने की बात कही गई थी. सपेरा जाति के लोगों को आज तक किसी सरकारी योजना का न लाभ मिला औ न ही किसी ने सुध ली. आज भी ये लोग टूटे फूटे कच्चे मकान में आदिवासियों वाला जीवन जीने के लिए मजबूर हैं.
ETV भारत की टीम के साथ बात करते हुए बताया कि सपेरा जाति के लोगों ने कहा कि आज तक उन्हें सरकार की तरफ से कोई भी योजना का लाभ नहीं मिला है. जिसकी वजह से उन्हें कीडे-मौकोड़ो की तरह जीने को मजबूर हैं. इन लोगों ने बताया उनके निकलने के लिए रास्ता तक नहीं है. वह इस उम्मीद में है कि सूबे मुख्यमंत्री नाथ समुदाय के लोगों के लिए कानपुर देहात में जरूर कुछ करेंगे, क्योंकि अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट काट के थक चुके हैं. वहीं पर जब इस पूरे मामले में जिले के अधिकारियों से फोन द्वारा बात की गई तो उनका कहना है कि टीम भेजकर जांच कराई जाएगी.