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कानपुर देहात: लेखपाल ने किसान से ली रिश्वत, वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात की तहसील सिकंदरा में घूस लेते लेखपाल का वीडियो सामने आया है. जमीन के सरकारी बंटवारे को लेकर लेखपाल ने किसान से पांच हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी.

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लेखपाल का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल.
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Published : Nov 26, 2019, 7:32 PM IST

कानपुर देहात: जिले की तहसील सिकंदरा में घूस लेते लेखपाल का वीडियो सामने आने के बाद तहसील में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खुलकर सामने आ गई है. यही नहीं तहसील के लेखपाल किसानों के साथ बदसलूकी और कानूनी दांवपेच समझा कर जबरन घूस लेकर धन उगाही करने में लगे हुए हैं. वहीं रिश्वतखोर लेखपाल का वीडियो सामने आने के बाद भी तहसील और जिले के अधिकारी जांच कर कार्रवाई का हवाला दे रहे हैं.

लेखपाल का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल.

लेखपाल ने किसान से ली रिश्वत

  • मामला तहसील सिकंदरा क्षेत्र का है.
  • बीहड़ क्षेत्र के गांव बैजामऊ के किसान राजाराम ने बताया कि वो मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता है.
  • जमीन के सरकारी बंटवारे को लेकर उसने तीन माह पूर्व एसडीएम के समक्ष कागजात प्रस्तुत कर अपील की थी.
  • जांच और रिपोर्ट लगाने के लिए किसान के कागजात लेखपाल बसंत लाल के पास आए थे.
  • लेखपाल साहब ने किसान को बुलाया और कानूनी दांवपेच समझा कर किसान से 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग की.
  • जमीन के कागजादों पर रिपोर्ट लगवाने के लिए किसान राजाराम ने मजबूर होकर लेखपाल को 1200 रुपए की रिश्वत दी.

इसे भी पढ़ें- कानपुर देहात: रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े गए लेखपाल, एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई

रिश्वत की पूरी रकम मिलते ही लेखपाल के काम में आई तेजी

किसान ने लेखपाल को अपनी गरीबी का हवाला दिया, हाथ जोड़े, मिन्नत की, लेकिन लेखपाल साहब का दिल नहीं पसीजा और रिश्वत की पूरी रकम न मिल पाने पर लेखपाल ने किसान का काम रोक दिया. किसान 3 महीने से लेखपाल के दफ्तर और आवास के चक्कर काट रहा था. थक हार कर गरीब किसान ने मजबूर होकर अपनी जमीन के कागजादों पर रिपोर्ट लगवाने के लिए लेखपाल को दो किस्तों में बाकी रिश्वत की रकम भी दे दी. रिश्वत की रकम पूरी मिलते ही लेखपाल ने किसान के कागजात निकाल कर तुरंत रिपोर्ट लगाने का काम शुरू कर दिया. 2 दिन के अंदर किसान की जमीन के कागजादों पर लेखपाल ने रिपोर्ट लगाकर बंटवारा एसडीएम के समक्ष दाखिल भी कर दिया.

जब अधिकारियों से किसान के साथ हुए अन्याय को लेकर कड़ाई से बात की गई तो अधिकारियों ने लेखपाल को निलंबित कर अब जांच कर कार्रवाई का हवाला दिया है, जबकि देखना यह होगा कि अब इस रिश्वतखोर लेखपाल पर कार्रवाई कब और कैसे होती है.

कानपुर देहात: जिले की तहसील सिकंदरा में घूस लेते लेखपाल का वीडियो सामने आने के बाद तहसील में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खुलकर सामने आ गई है. यही नहीं तहसील के लेखपाल किसानों के साथ बदसलूकी और कानूनी दांवपेच समझा कर जबरन घूस लेकर धन उगाही करने में लगे हुए हैं. वहीं रिश्वतखोर लेखपाल का वीडियो सामने आने के बाद भी तहसील और जिले के अधिकारी जांच कर कार्रवाई का हवाला दे रहे हैं.

लेखपाल का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल.

लेखपाल ने किसान से ली रिश्वत

  • मामला तहसील सिकंदरा क्षेत्र का है.
  • बीहड़ क्षेत्र के गांव बैजामऊ के किसान राजाराम ने बताया कि वो मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता है.
  • जमीन के सरकारी बंटवारे को लेकर उसने तीन माह पूर्व एसडीएम के समक्ष कागजात प्रस्तुत कर अपील की थी.
  • जांच और रिपोर्ट लगाने के लिए किसान के कागजात लेखपाल बसंत लाल के पास आए थे.
  • लेखपाल साहब ने किसान को बुलाया और कानूनी दांवपेच समझा कर किसान से 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग की.
  • जमीन के कागजादों पर रिपोर्ट लगवाने के लिए किसान राजाराम ने मजबूर होकर लेखपाल को 1200 रुपए की रिश्वत दी.

इसे भी पढ़ें- कानपुर देहात: रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े गए लेखपाल, एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई

रिश्वत की पूरी रकम मिलते ही लेखपाल के काम में आई तेजी

किसान ने लेखपाल को अपनी गरीबी का हवाला दिया, हाथ जोड़े, मिन्नत की, लेकिन लेखपाल साहब का दिल नहीं पसीजा और रिश्वत की पूरी रकम न मिल पाने पर लेखपाल ने किसान का काम रोक दिया. किसान 3 महीने से लेखपाल के दफ्तर और आवास के चक्कर काट रहा था. थक हार कर गरीब किसान ने मजबूर होकर अपनी जमीन के कागजादों पर रिपोर्ट लगवाने के लिए लेखपाल को दो किस्तों में बाकी रिश्वत की रकम भी दे दी. रिश्वत की रकम पूरी मिलते ही लेखपाल ने किसान के कागजात निकाल कर तुरंत रिपोर्ट लगाने का काम शुरू कर दिया. 2 दिन के अंदर किसान की जमीन के कागजादों पर लेखपाल ने रिपोर्ट लगाकर बंटवारा एसडीएम के समक्ष दाखिल भी कर दिया.

जब अधिकारियों से किसान के साथ हुए अन्याय को लेकर कड़ाई से बात की गई तो अधिकारियों ने लेखपाल को निलंबित कर अब जांच कर कार्रवाई का हवाला दिया है, जबकि देखना यह होगा कि अब इस रिश्वतखोर लेखपाल पर कार्रवाई कब और कैसे होती है.

Intro:
एंकर - जहां एक ओर सरकार किसानों के लिए सम्मान निधि जैसी कई योजनाएं चलाकर किसानों को लाभान्वित करने का काम कर रही है ,वहीं कानपुर देहात जिले की तहसील सिकंदरा में घूस लेते लेखपाल का वीडियो सामने आने के बाद तहसील में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खुल कर सामने आ गई है ,यही नहीं तहसील के लेखपाल किसानों के साथ बदसलूकी और कानूनी दावपेच समझा कर जबरन घूस लेकर धन उगाही करने में लगे हुए हैं ,वीडियो देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि तहसील सिकंदरा के लेखपाल बसंत लाल को जैसे ही रिश्वत की पूरी रकम मिली , तो लेखपाल साहब ने तुरंत तीन माह से भटक रहे किसान की फाइल छुट्टी के दिन ही तैयार करना शुरू कर दिया , लेकिन वही रिश्वत खोर लेखपाल का वीडियो सामने आने के बाद भी तहसील व जिले के अधिकारी आज भी रिश्वत खोर लेखपाल को बचाने में लगे हुए हैं ,और लेखपाल का वीडियो वायरल होने के बाद भी जांच कर कार्यवाही का हवाला देते नजर आरहे है ,
Body:वीओ - पूरा मामला तहसील सिकंदरा क्षेत्र का है जहां बीहड़ क्षेत्र के गांव बैजामऊ के रहने वाले गरीब किसान राजाराम ने बताया की वो मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता है जमीन थोड़ी है गुजारा नहीं होता ,अपनी थोड़ी सी जमीन के सरकारी बंटवारे को लेकर उसने तीन माह पूर्व एसडीएम के समक्ष कागजात प्रस्तुत कर अपील की थी ,जांच व रिपोर्ट लगाने के लिए किसान के कागजात लेखपाल बसंत लाल के पास आए, लेखपाल साहब ने किसान को बुलाया और कानूनी दांवपेच समझा कर किसान से 5 हज़ार रुपए रिश्वत की मांग की, जो गरीब किसान राजाराम के लिए काफी ज्यादा थे ,लेकिन अपनी जमीन के कागजादों पर रिपोर्ट लगवाने के लिए किसान राजाराम ने मजबूर होकर लेखपाल को 1200 रुपए की रिश्वत दी, और लेखपाल साहब को अपनी गरीबी का हवाला दिया हाथ जोड़े, मिन्नत की लेकिन लेखपाल साहब का दिल नहीं पसीजा, और रिश्वत की पूरी रकम ना मिल पाने पर लेखपाल साहब ने किसान का काम रोक दिया और किसान 3 महीने से लेखपाल साहब के दफ्तर व आवास के चक्कर काट रहा था, थक हार कर गरीब किसान ने मजबूर होकर अपनी जमीन के कागजजादों पर रिपोर्ट लगवाने के लिए लेखपाल साहब को दो किस्तों मे बाकी रिश्वत की रकम भी दे दी , रिश्वत की रकम पूरी रकम मिलते ही लेखपाल साहब में तेजी आ गई हो और लेखपाल साहब ने किसान के कागजात निकाल कर तुरंत रिपोर्ट लगाने का काम शुरू कर दिया और 2 दिन के अंदर किसान की जमीन के कागजादों पर लेखपाल साहब ने रिपोर्ट लगाकर बटवारा एसडीएम के समक्ष दाखिल भी कर दिया,

बाइट – राजराम (पीड़ित किसान)
Conclusion:वीओ – जब पूरे मामले को लेकर तहसील के अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कुछ भी बोलने से मना कर दिया और घूस लेते लेखपाल का वीडियो सामने आने के बावजूद भी अधिकारियों ने लेखपाल पर जरा सी कार्यवाही भी करना उचित नहीं समझा, ..जब अधिकारियों से किसान के साथ हुए अन्याय को लेकर कड़ाई से बात की तो अधिकारियों ने लेखपाल को निलंबित कर अब जांच कर कार्यवाही का हवाला दिया है ,जबकि देखना यह होगा कि अब इस रिश्वतखोर लेखपाल पर कार्यवाही कब और कैसे होती है,

बाइट – रमेश चन्द्र यादव (एसडीएम सिकंदरा)

फाइनल वीओ - जहां एक और किसान बाढ़ से बर्बाद हो चुका था वही तहसील के कर्मचारी अधिकारी किसानो की मदत करने की बजाय लूटने मे लगे हुये है ,ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा पर ये अधिकारी कैसे पलीता लगाने का काम कर रहे हैं, बड़ा सवाल यह उठता है कि देश का अन्नदाता कहे जाने वाले किसान अगर एसे ही इन भ्रष्ट अधिकारियों का शिकार होते रहेगे तो आखिर इन किसानों की हालात क्या होंगे,


Date -26_11_2019
Center - Kanpur Dehat
Reporter - Himanshu sharma


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