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बिकरु कांडः फर्जी सिम मामले में टली सुनवाई, अब इस दिन मिली तारीख - कानपुर देहात कोर्ट में सुनवाई

कानपुर देहात जिला कोर्ट में बीते दिनों बिकरु कांड मामले में आरोपी खुशी दुबे की फर्जी सिम मामले को लेकर सुनवाई चल रही है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 11 फरवरी को होगी.

बिकरु कांड
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Published : Feb 3, 2021, 8:42 PM IST

कानपुर देहातः बीते दिनों बिकरु कांड मामले में आरोपी खुशी दुबे की फर्जी सिम मामले को लेकर जिले की कोर्ट में सुनवाई चल रही है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 11 फरवरी को होगी. इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होनी थी, वो टल गई है. बिकरु कांड में कुख्यात अपराधी विकास दुबे के बेहद करीबी रहे अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे नाबालिग है. जिसकी सुनवाई जिले के माती स्थित किशोर न्याय बोर्ड में चल रही है. मंगलवार को आरोपी खुशी बाराबंकी जनपद से न्यायालय नहीं आ पाई थी. इस वजह से ये सुनवाई टल गई.

kanpur dehat
जिला एवं सत्र न्यायालय
बिकरु कांड मामले में टली सुनवाईखुशी दुबे के अधिवक्ता शिवकांत दीक्षित ने बताया कि न्यायालय किशोर बोर्ड ने अगली तारीख 11 फरवरी को तय की है. विकास दुबे के भाई दीपक दुबे उर्फ दीपू की पत्नी अंजलि की अग्रिम जमानत पर भी सुनवाई हुई है. जिला शासकीय अधिवक्ता राजू पोरवाल ने बताया कि बहस पूरी हो गई है. फैसला सुरक्षित कर लिया गया है. बिकरु कांड में दाखिल की गई पूरक चार्टशीट में मनु पांडेय का कोई जिक्र तक नही है. जबकि पहली चार्जशीट में पुलिस ने ही उसके खिलाफ साक्ष्य मिलने का दावा कर जांच जारी रहने की बात कही थी. लेकिन अब उसका नाम हटाने से पुलिस पर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.

मनु पांडेय को क्यों बचा रही पुलिस
बिकरु कांड में दाखिल की गई पूरक चार्टशीट में मनु पांडेय का कोई जिक्र तक नही है. जिसके बाद ये सवाल उठ रहा है कि कहीं पुलिस मनु पांडेय को क्लीन चिट देकर गवाह बनाने की तैयारी में तो नही है. हालांकि जानकारों का कहना है कि मनु की जो भूमिका है और जो उसके खिलाफ साक्ष्य है. उससे उसको गवाह बनाना संभव नहीं है. पुलिस ने माती न्यायालय में उमाशंकर के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है. हाल में गिरफ्तार किए गए विपुल दुबे के खिलाफ जांच के बाद चार्जशीट लगाई जाएगी. लेकिन पूरी चार्जशीट में अभी तक कहीं भी मनु पांडेय का नाम नहीं है. कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में उसमें न तो यह लिखा है कि मनु को क्लीन चिट दे दी गई है और न ही ये स्पष्ट किया है कि उसके खिलाफ जांच जारी है. ऐसे में सवाल उठता है कि मनु पांडेय को लेकर पुलिस बैकफुट पर क्यों है.

पुलिस के पास नहीं है सबूत
पुलिस ने बिकरु कांड में नाबालिग खुशी दुबे, रेखा, शांति समेत चार महिलाओं को आरोपी बताया है. पुलिस के पास केवल इन सभी के खिलाफ आरोपों की बड़ी कहानियां हैं. किसी पर ललकारने, तो किसी पर वारदात के समय कारतूस देने का दावा है. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के नाम पर कुछ भी नहीं है.

कानपुर देहातः बीते दिनों बिकरु कांड मामले में आरोपी खुशी दुबे की फर्जी सिम मामले को लेकर जिले की कोर्ट में सुनवाई चल रही है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 11 फरवरी को होगी. इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होनी थी, वो टल गई है. बिकरु कांड में कुख्यात अपराधी विकास दुबे के बेहद करीबी रहे अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे नाबालिग है. जिसकी सुनवाई जिले के माती स्थित किशोर न्याय बोर्ड में चल रही है. मंगलवार को आरोपी खुशी बाराबंकी जनपद से न्यायालय नहीं आ पाई थी. इस वजह से ये सुनवाई टल गई.

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जिला एवं सत्र न्यायालय
बिकरु कांड मामले में टली सुनवाईखुशी दुबे के अधिवक्ता शिवकांत दीक्षित ने बताया कि न्यायालय किशोर बोर्ड ने अगली तारीख 11 फरवरी को तय की है. विकास दुबे के भाई दीपक दुबे उर्फ दीपू की पत्नी अंजलि की अग्रिम जमानत पर भी सुनवाई हुई है. जिला शासकीय अधिवक्ता राजू पोरवाल ने बताया कि बहस पूरी हो गई है. फैसला सुरक्षित कर लिया गया है. बिकरु कांड में दाखिल की गई पूरक चार्टशीट में मनु पांडेय का कोई जिक्र तक नही है. जबकि पहली चार्जशीट में पुलिस ने ही उसके खिलाफ साक्ष्य मिलने का दावा कर जांच जारी रहने की बात कही थी. लेकिन अब उसका नाम हटाने से पुलिस पर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.

मनु पांडेय को क्यों बचा रही पुलिस
बिकरु कांड में दाखिल की गई पूरक चार्टशीट में मनु पांडेय का कोई जिक्र तक नही है. जिसके बाद ये सवाल उठ रहा है कि कहीं पुलिस मनु पांडेय को क्लीन चिट देकर गवाह बनाने की तैयारी में तो नही है. हालांकि जानकारों का कहना है कि मनु की जो भूमिका है और जो उसके खिलाफ साक्ष्य है. उससे उसको गवाह बनाना संभव नहीं है. पुलिस ने माती न्यायालय में उमाशंकर के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है. हाल में गिरफ्तार किए गए विपुल दुबे के खिलाफ जांच के बाद चार्जशीट लगाई जाएगी. लेकिन पूरी चार्जशीट में अभी तक कहीं भी मनु पांडेय का नाम नहीं है. कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में उसमें न तो यह लिखा है कि मनु को क्लीन चिट दे दी गई है और न ही ये स्पष्ट किया है कि उसके खिलाफ जांच जारी है. ऐसे में सवाल उठता है कि मनु पांडेय को लेकर पुलिस बैकफुट पर क्यों है.

पुलिस के पास नहीं है सबूत
पुलिस ने बिकरु कांड में नाबालिग खुशी दुबे, रेखा, शांति समेत चार महिलाओं को आरोपी बताया है. पुलिस के पास केवल इन सभी के खिलाफ आरोपों की बड़ी कहानियां हैं. किसी पर ललकारने, तो किसी पर वारदात के समय कारतूस देने का दावा है. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के नाम पर कुछ भी नहीं है.

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