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बेहमई हत्याकांड पर सुनवाई आज, केस डायरी गायब होने से 12 दिन पहले टल गया था फैसला

यूपी के कानपुर देहात जिले में 38 साल पहले हुए बेहमई हत्याकांड की सुनवाई आज यानी कि गुरुवार को होनी है. दरअसल पिछले शुक्रवार को वकीलों की हड़ताल के चलते सुनवाई टल गई थी.

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बेहमई हत्याकांड पर सुनवाई आज
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Published : Jan 30, 2020, 12:05 PM IST

कानपुर देहात: जिले के बेहमई गांव में 38 साल पहले हुए हत्याकांड की सुनवाई आज यानी कि गुरुवार को होनी है. पिछले शुक्रवार (24 जनवरी) को वकीलों की हड़ताल के चलते केस की सुनवाई टल गई थी. इससे पहले केस की मूल डायरी गायब होने की वजह से भी एक बार फैसला टल चुका है. बीती 18 जनवरी को विशेष जज सुधीर कुमार फैसला सुनाने वाले थे, लेकिन मूल केस डायरी उपलब्ध नहीं हो पाई. जिसके चलते कोर्ट ने सत्र लिपिक को नोटिस जारी कर 30 जनवरी को केस की मूल डायरी पेश करने के लिए निर्देश दिए थे.

38 साल पहले हुए हत्याकांड की होगी सुनवाई
14 फरवरी 1981 को फूलन देवी ने अपने 35 साथियों के साथ बेहमई के 26 लोगों पर 5 मिनट में सैकड़ों गोलियां बरसाईं थीं, जिसमें से 20 की मौत हो गई थी. फूलन ही मुख्य आरोपी थीं, लेकिन मौत के बाद उनका नाम हटा दिया गया. इसके बाद 5 आरोपियों श्याम बाबू, भीखा, विश्वनाथ, पोशा और राम सिंह पर केस चलाया गया. इसमें से राम सिंह की 13 फरवरी 2019 को जेल में मौत हो गई और पोशा जेल में है, जबकि तीन आरोपी जमानत पर हैं.

कानपुर देहात: जिले के बेहमई गांव में 38 साल पहले हुए हत्याकांड की सुनवाई आज यानी कि गुरुवार को होनी है. पिछले शुक्रवार (24 जनवरी) को वकीलों की हड़ताल के चलते केस की सुनवाई टल गई थी. इससे पहले केस की मूल डायरी गायब होने की वजह से भी एक बार फैसला टल चुका है. बीती 18 जनवरी को विशेष जज सुधीर कुमार फैसला सुनाने वाले थे, लेकिन मूल केस डायरी उपलब्ध नहीं हो पाई. जिसके चलते कोर्ट ने सत्र लिपिक को नोटिस जारी कर 30 जनवरी को केस की मूल डायरी पेश करने के लिए निर्देश दिए थे.

38 साल पहले हुए हत्याकांड की होगी सुनवाई
14 फरवरी 1981 को फूलन देवी ने अपने 35 साथियों के साथ बेहमई के 26 लोगों पर 5 मिनट में सैकड़ों गोलियां बरसाईं थीं, जिसमें से 20 की मौत हो गई थी. फूलन ही मुख्य आरोपी थीं, लेकिन मौत के बाद उनका नाम हटा दिया गया. इसके बाद 5 आरोपियों श्याम बाबू, भीखा, विश्वनाथ, पोशा और राम सिंह पर केस चलाया गया. इसमें से राम सिंह की 13 फरवरी 2019 को जेल में मौत हो गई और पोशा जेल में है, जबकि तीन आरोपी जमानत पर हैं.

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कानपुर देहात- बेहमई कांड में सुनवाई आज, फूलन ने लाइन में खड़ा कर 26 लोगों पर 5 मिनट में बरसाईं थीं सैकड़ों गोलियां-











कानपुर देहात के बेहमई गांव में 38 साल पहले हुए हत्याकांड में आज सुनवाई होनी है। पिछले शुक्रवार (24 जनवरी) को वकीलों की हड़ताल के चलते सुनवाई टल गई थी इससे पहले केस की मूल डायरी गायब होने की वजह से भी एक बार फैसला टल चुका है। इससे पहले बीते 18 जनवरी को विशेष जज सुधीर कुमार फैसला सुनाने वाले थे, लेकिन मूल केस डायरी उपलब्ध नहीं हो पाई। कोर्ट ने सत्र लिपिक को नोटिस जारी किया था। अदालत ने आज केस की मूल डायरी पेश करने के लिए निर्देश दिए थे।











14 फरवरी 1981 को फूलन ने अपने 35 साथियों के साथ बेहमई के 26 लोगों पर 5 मिनट में सैकड़ों गोलियां बरसाईं थीं। इनमें से 20 की मौत हो गई थी। फूलन ही मुख्य आरोपी थी, लेकिन मौत के बाद उनका नाम हटा दिया गया। इसके बाद 5 आरोपियों श्याम बाबू, भीखा, विश्वनाथ, पोशा और राम सिंह पर केस चलाया गया। इसमें से राम सिंह की 13 फरवरी 2019 को जेल में मौत हो गई। पोशा जेल में है। जबकि तीन आरोपी जमानत पर हैं।






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