कानपुर देहात: जिले के बेहमई गांव में 38 साल पहले हुए हत्याकांड की सुनवाई आज यानी कि गुरुवार को होनी है. पिछले शुक्रवार (24 जनवरी) को वकीलों की हड़ताल के चलते केस की सुनवाई टल गई थी. इससे पहले केस की मूल डायरी गायब होने की वजह से भी एक बार फैसला टल चुका है. बीती 18 जनवरी को विशेष जज सुधीर कुमार फैसला सुनाने वाले थे, लेकिन मूल केस डायरी उपलब्ध नहीं हो पाई. जिसके चलते कोर्ट ने सत्र लिपिक को नोटिस जारी कर 30 जनवरी को केस की मूल डायरी पेश करने के लिए निर्देश दिए थे.
38 साल पहले हुए हत्याकांड की होगी सुनवाई
14 फरवरी 1981 को फूलन देवी ने अपने 35 साथियों के साथ बेहमई के 26 लोगों पर 5 मिनट में सैकड़ों गोलियां बरसाईं थीं, जिसमें से 20 की मौत हो गई थी. फूलन ही मुख्य आरोपी थीं, लेकिन मौत के बाद उनका नाम हटा दिया गया. इसके बाद 5 आरोपियों श्याम बाबू, भीखा, विश्वनाथ, पोशा और राम सिंह पर केस चलाया गया. इसमें से राम सिंह की 13 फरवरी 2019 को जेल में मौत हो गई और पोशा जेल में है, जबकि तीन आरोपी जमानत पर हैं.
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