कानपुर देहात: पंचायती चुनाव को लेकर कानपुर देहात जिले में बीडीसी आरक्षण सीट में बड़ा खेल सामने आया है. यहां जिला पंचायत राज अधिकारी ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दिए बिना एक ब्लॉक की 30 सीटें बदल दी हैं. इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो जनपद के उच्चाधिकारियों में खलबली मच गई. इसके बाद एक संबिधत कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है.
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छोटे कर्मचारी पर की गई कार्रवाई
पंचायत चुनाव को लेकर शासन प्रशासन सख्त नजर आ रहा है, लेकिन, जनपद कानपुर देहात में पंचायत चुनाव में आरक्षण को लेकर पंचायती राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह का खेल सामने आया है. उन्होंने बीडीसी चुनाव की आरक्षण की सीट बिना आपत्ति और उच्चाधिकारी की जानकारी के बदल दी. इस बात की जानकारी जब उच्चाधिकारियों को हुई तो खलबली मच गई. इसके बाद अनन-फानन में इस मामले में एक संबिधत कम्प्यूटर ऑपरेटर को सस्पेंड कर दिया गया. लेकिन, डीपीआरओ पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. कार्रवाई करने के स्थान पर उच्चाधिकारी उसे बचाने में लगे हुए हैं. इससे पहले भी डीपीआरओ दूसरे जिलों में विवादों में रहे हैं. अब उच्चाधिकारी जांच का हवाला दे रहे हैं.
डीएम ने दिए जांच के आदेश
इस पूरे मामले को लेकर एडीएम पंकज वर्मा का कहना है कि इस मामले में डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं. कम्प्यूटर ऑपरेटर को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले की जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. अब सवाल यह है कि आखिर जब जांच चल ही रही थी तो फिर इतनी जल्दी छोटे कर्मचारी पर गाज क्यों गिराई गई. क्या इस मामले में डीपीआरओ के साथ और भी अधिकारी जुड़े हैं.