कानपुर देहात : कानपुर नगर से लेकर कानपुर देहात तक एक खाकी धारक का मकड़जाल फैला था. वह क्राइम ब्रांच में होने के बावजूद गोकशी करने वाले गिरोह के लिए काम करता था. कानपुर नगर के जाजमऊ के हेड कांस्टेबल अहमद को डीसीपी पूर्वी ने निलंबित कर दिया है. डीसीपी ने यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात की रिपोर्ट के आधार पर की है. रिपोर्ट में उन्होंने इस सिपाही के अपराधी गिरोह से संबंध होने की जानकारी दी थी.
बता दें कि हेड कांस्टेबल अहमद पहले कानपुर नगर में ही क्राइम ब्रांच में तैनात था. जनपद कानपुर देहात की पुलिस गोकशी के मामले में जांच करती हुई कानपुर नगर पहुंची थी. जनपद कानपुर देहात पुलिस को एक तस्कर की तलाश थी. गिरफ्तारी में मदद के लिए अहमद को लगाया गया था, लेकिन अहमद ही उन गोकशी करने वाले गिरोह की मदद करता था. इसके पुलिस के हाथ खाली थे. पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पा रही थी.
काफी प्रयास के बाद पुलिस एक आरोपी को पकड़ने में सफल रही. बाद में जब कानपुर देहात पुलिस ने हेड कांस्टेबल अहमद की सीडीआर निकलवाई तो पता चला कि पशु तस्कर व गोकशी करने वाले गिरोह से जुड़े कई लोगों से लगातार उसकी बातचीत चल रही थी. इसके बाद अहमद भी कानपुर देहात पुलिस की रडार पर आ गया था.
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने गुप्त रूप से चल रही इस जांच में रिपोर्ट के आधार पर एक आख्या कानपुर नगर पुलिस आयुक्त कानपुर को भेजी. इस आख्या को संज्ञान में लेते हुए डीसीपी पूर्वी सिपाही अहमद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
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