कन्नौजः अधिवक्ताओं द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों की पिटाई के मामले में कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. पुलिस की इस लापरवाही से सैकड़ों वकीलों ने जिलाधिकारी की मौजूदगी में लेखपालों को दौड़ा-दौड़ा कर जमकर पीटा. इसमें महिला लेखपाल की भी पिटाई की गई.
पीड़ित महिला लेखपालों ने न्याय की मांग की
इस हमले के दौरान धरने में महिला लेखपाल भी मौजूद थीं. जिनका आरोप है कि अधिवक्ताओं ने उनसे भी मारपीट की है और जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसकी गुहार लगाते हुए पीड़ित महिलाओं ने सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर ठोस कार्रवाई किए जाने मांग की है. पीड़ित महिला लेखपालों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि अगर उनके मामले में जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगी.
हमको भी एलआईयू द्वारा जानकारी हुई थी कि कुछ अधिवक्ता ज्ञापन देना चाहते हैं. इसके 15 मिनट बाद ही अधिवक्ता आए. तभी मैंने देखा कि कुछ लेखपाल लेखपाल कक्ष में पूर्व में हुए मामले को लेकर धरना दे रहे हैं. कुछ अधिवक्ताओं को जाते हुए देखा गया कि वह पेड़ की टहनियों को तोड़कर बैठे लेखपालों से आपस में मारपीट कर रहे हैं. तत्काल दोनों को अलग किया और प्रकरण में विधिक कार्रवाई की जाएगी.
-रविंद्र कुमार, जिलाधिकारी