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कन्नौजः लेखपाल पिटाई मामले में महिला लेखपालों ने लगाई न्याय की गुहार

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में कलेक्ट्रेट परिसर में हुई लेखपालों और अधिवक्ताओं की बीच मारपीट में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. सदर कोतवाल को जानकारी होने के बावजूद मौके पर अतिरिक्त फोर्स की व्यवस्था नहीं की.

कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों की पिटाई.
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Published : Sep 25, 2019, 8:57 AM IST

कन्नौजः अधिवक्ताओं द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों की पिटाई के मामले में कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. पुलिस की इस लापरवाही से सैकड़ों वकीलों ने जिलाधिकारी की मौजूदगी में लेखपालों को दौड़ा-दौड़ा कर जमकर पीटा. इसमें महिला लेखपाल की भी पिटाई की गई.

कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों की पिटाई.
सदर कोतवाल को जानकारी होने के बावजूद मौके पर अतिरिक्त फोर्स की व्यवस्था नहीं की गई. जिस कारण अधिवक्ताओं की संख्या के आगे मात्र छह-सात पुलिसकर्मी अधिवक्ताओं को रोकने में नाकाम रहे. इसी वजह अधिवक्ता पूरी तैयारी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में लगे पेड़ों की टहनियों को तोड़कर धरना प्रदर्शन कर रहे लेखपालों को पीटने पहुंच गए.

पीड़ित महिला लेखपालों ने न्याय की मांग की
इस हमले के दौरान धरने में महिला लेखपाल भी मौजूद थीं. जिनका आरोप है कि अधिवक्ताओं ने उनसे भी मारपीट की है और जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसकी गुहार लगाते हुए पीड़ित महिलाओं ने सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर ठोस कार्रवाई किए जाने मांग की है. पीड़ित महिला लेखपालों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि अगर उनके मामले में जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगी.

हमको भी एलआईयू द्वारा जानकारी हुई थी कि कुछ अधिवक्ता ज्ञापन देना चाहते हैं. इसके 15 मिनट बाद ही अधिवक्ता आए. तभी मैंने देखा कि कुछ लेखपाल लेखपाल कक्ष में पूर्व में हुए मामले को लेकर धरना दे रहे हैं. कुछ अधिवक्ताओं को जाते हुए देखा गया कि वह पेड़ की टहनियों को तोड़कर बैठे लेखपालों से आपस में मारपीट कर रहे हैं. तत्काल दोनों को अलग किया और प्रकरण में विधिक कार्रवाई की जाएगी.
-रविंद्र कुमार, जिलाधिकारी

कन्नौजः अधिवक्ताओं द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों की पिटाई के मामले में कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. पुलिस की इस लापरवाही से सैकड़ों वकीलों ने जिलाधिकारी की मौजूदगी में लेखपालों को दौड़ा-दौड़ा कर जमकर पीटा. इसमें महिला लेखपाल की भी पिटाई की गई.

कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों की पिटाई.
सदर कोतवाल को जानकारी होने के बावजूद मौके पर अतिरिक्त फोर्स की व्यवस्था नहीं की गई. जिस कारण अधिवक्ताओं की संख्या के आगे मात्र छह-सात पुलिसकर्मी अधिवक्ताओं को रोकने में नाकाम रहे. इसी वजह अधिवक्ता पूरी तैयारी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में लगे पेड़ों की टहनियों को तोड़कर धरना प्रदर्शन कर रहे लेखपालों को पीटने पहुंच गए.

पीड़ित महिला लेखपालों ने न्याय की मांग की
इस हमले के दौरान धरने में महिला लेखपाल भी मौजूद थीं. जिनका आरोप है कि अधिवक्ताओं ने उनसे भी मारपीट की है और जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसकी गुहार लगाते हुए पीड़ित महिलाओं ने सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर ठोस कार्रवाई किए जाने मांग की है. पीड़ित महिला लेखपालों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि अगर उनके मामले में जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगी.

हमको भी एलआईयू द्वारा जानकारी हुई थी कि कुछ अधिवक्ता ज्ञापन देना चाहते हैं. इसके 15 मिनट बाद ही अधिवक्ता आए. तभी मैंने देखा कि कुछ लेखपाल लेखपाल कक्ष में पूर्व में हुए मामले को लेकर धरना दे रहे हैं. कुछ अधिवक्ताओं को जाते हुए देखा गया कि वह पेड़ की टहनियों को तोड़कर बैठे लेखपालों से आपस में मारपीट कर रहे हैं. तत्काल दोनों को अलग किया और प्रकरण में विधिक कार्रवाई की जाएगी.
-रविंद्र कुमार, जिलाधिकारी

Intro:कन्नौज : अगर पुलिस चेत जाती तो नही होती लेखपालों की पिटाई, जमकर हुआ बवाल महिलाओं की भी हुई पिटाई
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अधिक्ताओं द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर के अन्दर घुसकर धरने पर बैठे लेखपालों की जिलाधिकारी और पुलिस की मौजूदगी में पिटाई किये जाने के मामले में कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आयी है और पुलिस की इस लापरवाही से सैकड़ों बकीलों ने जिलाधिकारी की मौजूदगी में लेखपालों को दौड़ा-दौड़ा कर जमकर पीटा। जिसमे महिला लेखपाल की पिटाई की गयी। आइए देखते है कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट। Body:सदर कोतवाल को इस बात की पहले से जानकारी होने के बावजूद उन्होंने मौके पर अतिरिक्त फोर्स की व्यवस्था नही की जिस कारण अधिवक्ताओं की संख्या के आगे मात्र 6-7 साथ पुलिसकर्मी अधिवक्ताओं को रोकने में नाकाम रहे और यही बजह रही कि अधिवक्ताओं ने पूरी तैयारी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में लगे पेड़ों की टहनियों को तोड़कर लेखपालों की पिटाई के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे लेखपालों को पीटने पहुंच गये।

Conclusion:पीड़ित महिला लेखपालों ने लगाई सरकार से गुहार

कन्नौज में बकीलों द्वारा किये गये हमले के दौरान धरने में महिला लेखपाल भी मौजूद रहे जिनका आरोप है कि अधिवक्ताओं ने उनसे भी मारपीट की और जिला प्रशासन कोई कार्यवाही नही कर रहा है। जिसकी गुहार लगाते हुए उन्होंने सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर ठोस कार्यवाही किये जाने मांग की है, पीड़ित महिला लेखपाल ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि अगर उनके मामले में जल्द कोई कार्यवाही नही की गयी तो वह आत्महत्या करेंगी।

तो वहीं इस मामले में जिलाधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि हमको भी एल आई यूं द्वारा जानकारी हुई थी कि कुछ अधिवक्ता ज्ञापन देना चाहते है उसके 15 मिनट बाद ही अधिवक्ता आए और मै अपने कक्ष में ही बैठा था तभी मैंने देखा कि लेखपालों के कक्ष में जहां पूर्व हुए मामले में लेखपालों द्वारा धरना दिया जा रहा था तो वहाँ कुछ अधिवक्ताओं को जाते हुए देखा कि पेड़ की टहनियों को तोड़कर लेखपाल बैठे थे तो उन लोगों ने आपस में मारपीट हुई। तत्काल दोनों को अलग किया और प्रकरण में विधिक कार्यवाही की जाएगी।

बाइट - रविंद्र कुमार - जिलाधिकारी कन्नौज
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
09415168969

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