कन्नौज: जिले में देर रात हुई बारिश से किसानों की गेहूं की फसल को बहुत नुकसान हुआ है. सुबह होते ही किसान अपने-अपने खेतों की ओर दौड़े. किसी के खेत में खड़ी हुई फसल थी तो किसी के खेतों में कटी हुई फसल पड़ी थी. गेहूं की फसल के इस नुकसान से किसान बहुत दुखी हैं.
बारिश के चलते किसानों को भारी नुकसान
एक तरफ बारिश के चलते मौसम खुशनुमा और गर्मी से लोगों को राहत मिली, वहीं दूसरी तरफ खेतों में तैयार किसानों की गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ. दरअसल लॉकडाउन की वजह से किसानों को न तो बुआई के लिए बीज और खाद उपलब्ध हो रही है और न ही खेत में फसल काटने के लिए मजदूर ही मिल रहे हैं. वहीं खेतों में खड़ी फसल पर बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. पिछले दो दिनों से बदलते मौसम को देखते हुए किसानों ने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल की कटाई और थ्रेसिंग का काम तेजी से शुरू कर दिया था.
पहले भी किसानों को बारिश से हुआ था नुकसान
इससे पहले फरवरी और मार्च में हुई बारिश से फसल को काफी नुकसान हुआ था. किसानों को बची हुई फसल से उम्मीद थी कि इस फसल से लागत निकल आएगी, लेकिन लॉकडाउन में सख्ती की वजह से किसान अपनी फसल को समय से नहीं काट सके. अब जब सरकार से इजाजत मिल गई और कटाई शुरू हो गई, लेकिन फिर से मौसम ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है.
देर रात हुई बारिश से काफी नुकसान हुआ है. अगर ऐसा ही मौसम बना रहा तो और भी नुकसान की आशंका है. लॉकडाउन की वजह से मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं.
-अर्जुन सिंह, किसान
हमारे गांव में कुछ लोगों ने तो फसल काटकर अपने-अपने घरों तक पहुंचाई है, लेकिन कुछ किसानों की फसल खेतों में खड़ी हुई है. लॉकडाउन की वजह से फसल की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं.
-नीरज राजपूत, किसान