कन्नौजः जिले के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के डलिया भूड गांव में गैस सिलेंडर लीक होने से आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और दो घरों को अपनी चपेट में ले लिया. आग की लपटें देखकर गांव में भगदड़ मच गई. दमकल विभाग की गाड़ी नहीं आने पर ग्रामीणों ने अपने ही स्तर आग पर काबू पाया. ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत से बड़ा हादसा होने से टल गया. आग लगने की सूचना पर क्षेत्रीय लेखपाल और पुलिस ने पहुंचकर घटनास्थल की जांच की.
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के डलिया भूड गांव निवासी राजू के घर सोमवार को गैस सिलेंडर पर खाना बन रहा था. इसी दौरान गैस सिलेंडर से गैस लीक होने लगी और अचानक आग लग गई. जब तक परिजन कुछ समझ पाते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग की लपटों को उठता देख गांव में भगदड़ मच गई. आग से गृहस्थी का सामान के अलावा 40 गेंहू की बोरी, चार बोरी राई व 15 बोरा मक्का जलकर राख हो गया. आग की लपटों ने पड़ोस के रहने वाले रावेंद्र के घर को अपनी जद में ले लिया. रावेंद्र के घर में रखा करीब 40 बोरी अनाज जलकर राख हो गया.
ग्रामीणों ने घर में फंसे लोगों को बाहर निकाला
आग लगने का पता चलता है बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए. सबसे पहले ग्रामीणों ने घर में फंसे लोगों को बाहर निकाला. इसके बाद बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया. कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, तब तक दोनों घरों में रखा सामान व अनाज पूरी तरह से जलकर राख हो गया. आग लगने की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर पहुंच गए और नुकसान का आंकलन किया.
नहीं पहुंची फायर बिग्रेड
ग्रामीणों का आरोप है कि आग लगने की जानकारी देने के बाद भी फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर नहीं पहुंची, जिसके बाद आग बुझाने के लिए समरसेबल पंप व हैंडपंप का सहारा लेना पड़ा. ग्राम प्रधान ने जिला प्रशासन से पीड़ितों को आर्थिक मदद दिलाए जाने की मांग की है.
बड़ा हादसा टला
बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद सिलेंडर फट गया, जिससे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. गनीमत रही बड़ा हादसा होने से टल गया. आग लगने की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर पहुंच गए. पीड़ितों को मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया.