कन्नौज: सदर कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार को गंगा नदी में 2 शव मिले. शव मिलने की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को नदी से बाहर निकलवाया. दोनों मृतकों की पहचान शहर के युसूफपुर भगवानपुर मकरंदनगर मोहल्ला निवासी चाचा भतीजा के रूप में हुई है. मृतक बीते मंगलवार से घर से लापता थे. दोनों चाचा-भतीजे भिम्मापुरवा गांव के रहने वाले थे. मौजूदा समय में वह भगवानपुर युसूफपुर मकरंदनगर मोहल्ला में रह रहे थे.
मृतक के भाई ने गांव के ही लोगों पर अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि चाचा हिस्ट्रीशीटर था, उसके ऊपर कई मुकदमें पंजीकृत हैं. पुलिस ने दोनों शवों को मोचर्री में रखवा दिया है. गुरूवार की देर शाम को मेंहदीघाट पुल व राजघाट पर शव उतराते मिलने से सनसनी फैल गई. मृतकों के नाम लाल सिंह (27 वर्ष) पुत्र बृजलाल सिंह व मटरू (17 वर्ष) पुत्र संतराम हैं.
शवों की शिनाख्त के बाद पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दे दी. मृतक के भाई रामचंद्र ने अपहरण कर हत्या का आरोप है. रामचंद्र ने बाताया कि चाचा लाल सिंह व भतीजा मटरू बीते 30 अगस्त की शाम खेत पर जाने की बात कहकर निकले थे. जिसके बाद से दोनों लापता हो गए थे. काफी खोजबीन के बाद जब दोनों नहीं मिले तो बुधवार को परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
आरोप है कि खेत पर ही रमेश, सुधीर, शिवकुमार, नेकराम, श्याम बाबू, पप्लू, जितेंद्र, प्रदीप, शोभित, सुनील, भोला, भरत ने पुरानी रंजिश में अपहरण करके दोनों की हत्या की है. फिलहाल पुलिस घटना की जांच-पड़ताल कर रही है. कोतवाली प्रभारी आलोक कुमार दुबे ने बताया कि गंगा नदी में दो शव मिले है. जिसमें मृतक लाल सिंह हिस्ट्रीशीटर है, उसके ऊपर कई मुकदमें पंजीकृत हैं. दोनों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले हैं. मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी.
इसे पढ़ें- इत्र कारोबारी पीयूष जैन को बड़ी राहत, 200 करोड़ कैश मामले में हाईकोर्ट से मिली जमानत