कन्नौज: कोरोना संक्रमण के साथ इत्रनगरी के लोगों को डेंगू का डर सता रहा है. जिले के सदर ब्लॉक के गंगधरापुर गांव में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है. गांव में अब तक डेंगू से तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि, गांव में 50 से अधिक लोग इस बुखार की चपेट में आ चुके हैं. गांव में रोजाना डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं. बीते एक माह के भीतर ही गांव में डेंगू से दो लोगों की मौत हो चुकी है. गांव डेंगू से हुई मौतों के बाद ग्रामीण खौफ में हैं.
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कर रही जांच
जिला मुख्यालय से सटे गंगधरापुर बीते एक महीने में गांव के रहने वाले रामजी दुबे की डेंगू के कारण बीते शनिवार को मौत हो गई थी, जबकि करीब 15 दिन पहले संजय मिश्रा की भी मौत डेंगू से हो गई थी. इसके अलावा जिला मुख्यालय के अलावा जसोदा, छिबरामऊ के कई क्षेत्रों में डेंगू तेजी फैल रहा है. सीएमओ डॉ. कृष्ण स्वरूप ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाकर जांच थी. तब लोग सामान्य बुखार से पीड़ित मिले थे. टीम को दोबारा गांव भेजकर कैंप लगाकर जांच कराई जाएगी. गांव के अधिकांश बुखार पीड़ितों का इलाज कानपुर में चल रहा है.
50 से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित
गंधरापुर गांव निवासी आशीष, विजय, शिव स्वरूप, लल्ला दुबे, मनीष यादव, उत्तम अग्निहोत्री, शिव पाल यादव, देवेंद्र अग्निहोत्री समेत 50 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में हैं. सभी का प्राइवेट अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
गांव में गंदगी का अंबार
उधर, साफ-सफाई न होने की वजह से गांव के तालाब और नालियां गंदगी से पटी पड़ी हैं. ग्रामीणों ने प्रधान पर साफ-सफाई न कराने का आरोप लगाया है. गंगधरापुर गांव निवासी पवन तिवारी ने कहा कि, गांव में चारो तरफ गंदगी का अंबार है, गांव में डेंगू फैला है, दो लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद प्रधान गांव में साफ-सफाई नहीं करा रहे हैं. तालाब और नालियां गंदगी से पटी पड़ी हैं. दवा का छिड़काव तक नहीं किया गया है. गांव के ही शिवम मिश्रा ने कहा कि, उनका घर तालाब के सामने ही है, जिसके चलते परिवार के कई सदस्य डेंगू की चपेट में आ गए हैं. कई महीनों से सफाईकर्मी गांव में नहीं आया है. जगह-जगह गंदगी का ढेरा लगा हुआ है.