कन्नौज: उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले काफी संख्या में मौजूद शिक्षकों ने मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय से मशाल जुलूस निकाला. इस दौरान शिक्षकों ने सरकार से उनकी समस्याओं पर विचार करते हुए जल्द निस्तारण की मांग की. शिक्षकों का कहना है था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सभी प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे.
मशाल जुलूस प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उदय नारायण सिंह यादव, शिक्षक महासंघ के संयोजक श्रीकृष्ण यादव, सह संयोजक विवेक चतुर्वेदी व मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में निकाला गया. जुलूस में प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, मदरसा अरबिया शिक्षक संघ और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कई शिक्षक संगठन शामिल हुए.
प्रेरणा ऐप के विरोध में शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
प्रेरणा ऐप लागू हो जाने से शिक्षकों के बीच उथल पुथल मची हुई है. सरकार ने इस ऐप के माध्यम से शिक्षकों को पूरी ड्यूटी के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश है, जिसको लेकर शिक्षकों का विरोध लगातार जारी है. कन्नौज में इसके विरोध में शिक्षकों ने मशाल जुलूस पुराने बीएसए कार्यालय से तिर्वा क्रासिंग, ओवरब्रिज होते हुए कलक्ट्रेट तक निकाला. इसके बाद शिक्षकों ने डीएम को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा.
- शिकायत संबंधी ज्ञापन में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाने की मांग की गई है.
- इसके अलावा प्रेरणा एप प्रणाली, टास्क फोर्स योजना परिषदीय विद्यालयों में लागू करने पर तत्काल रोक लगाई जाने की बात कही गई.
- ज्ञापन में नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही माध्यमिक विद्यालयों में विषयानुसार और कक्षानुसार शिक्षकों की नियुक्ति की बात भी कही गई है.
- सामूहिक बीमा योजना व परिवार नियोजन प्रोत्साहन भत्ता लागू किए जाने की मांग शिक्षकों ने की.
- शिक्षकों ने कहा कि विद्यालयों में फर्नीचर, बिजली, पंखे, चहारदीवारी, शुद्ध पेयजल आदि उपलब्ध कराया जाए.
प्रेरणा ऐप की व्यवस्था पर शिक्षकों ने सरकार को गलत ठहराया
प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर पूर्व निर्धारित मशाल जुलूस का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. शिक्षकों का आरोप था कि निगरानी के लिए प्रेरणा एप लागू किया जा रहा है, जो कि सरासर गलत हैै.
शिक्षकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने से महिलाओं की जो गोपनीयता है, वह भी भंग होगी और हम लोग कोई चोर तो है नहीं. साथ ही सरकार पर निजीकरण की ओर अग्रसर होने का आरोप लगाया.
शिक्षकों का आरोप है कि हमें प्रताड़ित कर सरकार नौकरी से बाहर करना चाहती है. साथ ही कहा कि हम भावी नागरिक को तैयार करने का काम करते हैं. विरोध में जलाई जाने वाली हमारी मशाल को देखने वाला कोई नहीं है.
शिक्षकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगें मानते हुए प्रेरणा ऐप को वापस न लिया और साथ ही पुरानी पेंशन लागू न की तो हम लोग 6 नवम्बर को प्रदेशव्यापी हड़ताल कर विधानसभा का घिराव करेंगे.