कन्नौजः जिले के गांव फतेहपुर जसोदा के रहने वाला श्रमिक श्रीराम तमिलनाडु में कार्य करता था. लॉकडाउन में काम-धंधा बंद होने के कारण वह तमिलनाडु से अपने गांव फतेहपुर जसोदा लौट आया. श्रीराम के पास कोई काम-धंधा न होने के कारण उसका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया था. परिवार को पेट पालने के लिए श्रीराम की पत्नी गुड्डी ने अपने सारे जेवरात बेच दिए थे.
श्रमिक श्रीराम के परिवार में नौ सदस्य हैं, जो प्रशासन से कोई मदद न मिलने के कारण भूखे पेट सोने को मजबूर थे. श्रीराम की हालत को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया. इसके बाद जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया. जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम गांव पहुंची. कुछ ही घण्टों में श्रमिक श्रीराम को आर्थिक सहायता मिली. साथ ही श्रमिक का राशन कार्ड और जॉब कार्ड भी बनाया गया.
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ईटीवी भारत की खबर का असर
कन्नौज जिले में रहने वाले श्रमिक श्रीराम का परिवार भुखमरी की मार झेल रहा था. ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद अधिकारियों ने श्रमिक को मदद मुहैया कराई. ईटीवी भारत की खबर देखकर श्रमिक के घर कई समाजसेवी भी मदद करने पहुंचे हैं. सपा नेत्री अर्चना मिश्रा, सपा नेता रजनीकांत यादव ने श्रमिक श्रीराम को राशन व अन्य सामान दिया.
जॉबकार्ड कार्ड पाकर श्रमिक हुआ खुश
ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होने के बाद ग्राम विकास अधिकारी जेएन राव पंचायत सचिव विनीत शाक्य श्रमिक के पहुंचे. अधिकारियों ने श्रमिक को राशन कार्ड, मनरेगा जॉबकार्ड बनवाकर दिया. जॉब कार्ड पाकर श्रमिक श्रीराम खुश हो गया. श्रीराम ने कहा कि अब वह गांव में रहकर काम करेगा और बच्चों को पढ़ाएगा.