कन्नौज: कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के लालपुर सराय गांव निवासी बलवंत की 12 दिसम्बर को पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत के मामले की 6 सदस्यीय एसआईटी गठित कर जांच सौंपी गई थी. एसपी कन्नौज कुंवर अनुपम सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. मामले में एसआईटी की जांच पूरी हो गई है.
एसआईटी ने बलवंत की मौत के मामले में तत्कालीन शिवली थानाध्यक्ष सहित एसओजी टीम को दोषी माना है. मुख्य आरोपी तत्कालीन शिवली थानाध्यक्ष राजेश सिंह को एसआईटी की जांच में दोषी पाए जाने के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद जेल भेज दिया गया. बता दें कि एसओजी प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मी पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं. एसपी ने बताया कि तीसरा आरोपी चौकी प्रभारी मैथा फरार है. जल्द उसको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी और गिरफ्तारी होगी और आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है.
दरअसल, बीते 12 दिसम्बर को कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के लालपुर सराय गांव निवासी बलवंत की पुलिस हिरासत में पिटाई के दौरान मौत हो गई थी. मामला तूल पकड़ने के बाद कन्नौज एसपी कुंवर अनुपम सिंह के नेतृत्व में 6 सदस्यीय नई एसआईटी का गठन किया गया था. जबकि, सीओ तिर्वा शिव प्रताप सिंह को नई एसआईटी में मुख्य विवेचक बनाया गया है. एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, मुख्य आरक्षी सोनू यादव, दुर्गेश कुमार व अनूप कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
परिजनों की तहरीर पर शिवली थानाध्यक्ष राजेश सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया था. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से पहले एसआईटी को जांच सौंपी गई थी. एसआईटी ने बलवंत की मौत से जुड़े हर पहलू की जांच करते हुए पुलिस प्रताड़ना को सही माना. साक्ष्यों के आधार पर सोमवार को मुख्य आरोपी राजेश को टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि सचेंडी से लेकर घटनास्थल तक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. जिन लोगों ने भी घटना को देखा उनसे भी पूछताछ की गई. उनके बयान दर्ज किए गए. इसके साथ ही पुलिस ने बलवंत के अलावा जिन अन्य लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा था, उनसे भी पूछताछ की गई.
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उन्होंने सबकुछ सच बता दिया. इसके बाद भी जिन लोगों पर आरोप लगे थे, उनकी सीडीआर निकाली गई. आरोपियो की लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयानों से पूरी तरह से तस्वीर साफ हो गई. बताया कि सीसीटीवी फुटेज में पकड़ने वाले लोग, पकड़े गए लोग, जिस वाहन से गए थे, वह सब कुछ कैद था. यह साक्ष्य जांच टीम के लिए सबसे अहम बन गए. इसके आधार पर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जेल भेजने से पहले आरोपी को घटनास्थल पर लाया गया था. बताया कि मामले में अभी और गिरफ्तारी होगी. उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों पर कानपुर देहात के रनिया थाने में धारा 147, 302, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज था. जबकि, लूट के मामले में तीन लोगों को जेल भेजा गया है.