कन्नौजः इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के विवादित बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. सांसद सुब्रत पाठक ने विवादित बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि मौलाना तौकीर रजा जैसे लोग देश की एकता के दुश्मन हैं. देश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. ये देश का कानून नहीं मानते हैं और न ही संविधान को मानते हैं. सांसद ने धमकी देने पर रासुका लगाए जाने की मांग की है.
दरअसल, इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने भिवानी कांड को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि 'कांड के दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो महाभारत होगा. पूरे देश का मुसलमान पार्लियामेंट का घेराव करेगा'. इस बयान के बाद सियासी घमासान मच गया है. शुक्रवार को सांसद सुब्रत पाठक ने बयान जारी करते हुए पलटवार किया है.
सांसद सुब्रत पाठक कहा कि मौलाना तौकीर जैसे लोग देश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं, जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में 'सबका साथ सबका विकास' की जो राजनीति की शुरूआत हुई है. यह लोग सांप्रदायिक राजनीति को भड़काना चाहते हैं. सांप्रदायिकता को फैलाना चाहते हैं. देश में कहीं न कहीं हिन्दू-मुस्लिम बात को खड़ा करना चाहते हैं. कहा कि इनको इस बात को स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए शेर और कुत्ते की पहचान करना है तो इसके लिए आपको इतिहास में जाना होगा.
सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि 'आप संसद को घेरने की बात कर रहे हैं. देश भर का मुसलमान आकर संसद घेर लेगा. इस लड़ाई को पूरी तरीके से सांप्रदायिक बनाना चाहते हैं. देश में सांप्रदाय के ऊपर कानून है और यह लोग देश के कानून को मानते नहीं हैं. देश के संविधान के प्रति इनका विश्वास नहीं. ऐसे लोगों के ऊपर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. धमकी देने के आरोप में रासुका लगाकर इनको जेल में डाल देना चाहिए'.