कन्नौज: लॉकडाउन के दौरान गुजरात में फंसे उत्तर प्रदेश के 1315 प्रवासी मजदूर गुरुवार को कन्नौज पहुंचे. अहमदाबाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से कन्नौज पहुंचे मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जिसमें सभी मजदूर स्वस्थ्य पाये गये.
स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराया गया और बसों के माध्यम से सभी प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद के लिए रवाना कर दिया गया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया.
45 बसों का किया गया प्रबंध
जिलाधिकारी ने बताया कि कन्नौज से मजदूरों को उनके गृह जनपद भेजने के लिए 45 बसों का इंतजाम किया गया है. आवश्यकता होने पर और बसों का प्रबंध कर सभी को उनके मूल जनपद भेजा जाना सुनिश्चित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक बस में बस की क्षमता के अनुसार लोगों को बैठाया जा रहा है. साथ ही सभी का डाटा निर्धारित प्रारूप में भरकर वाहन चालक एवं तैनात पुलिस बल के साथ सूची के अनुसार संबंधित जनपद में नामित नोडल अधिकारियों के पास भेजा जा रहा है.
बिहार-झारखंड के लोगों को शुक्रवार को भेजा जाएगा
वहीं डीएम ने अर्शी पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट में बनाए गये अस्थाई आश्रय स्थल का जायजा लिया. यहां बिहार-झारखंड के रहने वाले 55 व्यक्तियों को ठहराया गया है. जिन्हें कल उनके गृह राज्य के लिए रवाना किया जाएगा. यहां ठहराए गए 55 लोगों में बिहार के 39 और झारखंड के 16 लोग शामिल हैं.