कन्नौज: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सुंदरबनी में तैनात बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल वीरपाल सिंह की गुरुवार को पेट्रोलिंग के दौरान खाई में गिरने से मौत हो गई थी. शुक्रवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा. शहीद के पार्थिव शरीर को देख परिजनों में कोहराम मच गया. इस दौरान शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा. गांव के बाहर शहीद का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद रहे.
ये हैं महत्वपूर्ण बिंदु
- पेट्रोलिंग के दौरान खाई में गिरने से हुई थी BSF के हेड कॉन्स्टेबल वीरपाल सिंह की मौत.
- जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सुंदरबनी में तैनात थे शहीद वीरपाल सिंह.
- शुक्रवार को शहीद वीरपाल सिंह का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा.
- पैतृक गांव में ही शहीद वीरपाल का अंतिम संस्कार हुआ.
- सीएम योगी ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही.
सौरिख थाना क्षेत्र के भग्गीपुरवा गांव निवासी वीरपाल सिंह 1995 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. परिजनों ने बताया कि वे दलाल पोस्ट पर तैनात थे. रात में गश्त के दौरान पैर फिसलने से वीरपाल गहरी खाई में गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई. शुक्रवार को बटालियन के साथी शहीद का पार्थिव शरीर लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचे. शहीद के पार्थिव शरीर को देख कर परिजनों में चीख पुकार मच गई. वहीं शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा.
उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सांसद सुब्रत पाठक, सपा नेता और पूर्व राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल, डीएम राकेश कुमार मिश्रा, एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि दी. गांव के बाहर ही शहीद का अंतिम संस्कार किया गया. दोपहर बाद शहीद जवान के पार्थिव शरीर को उनके बेटे चमन ने मुखाग्नि दी. इस दौरान हर किसी की आंख नम दिखीं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद जवान वीरपाल के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. साथ ही जिले की एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखने की बात कही है.