कन्नौज: जिले में किसान सम्मान दिवस पर किसानों के लिए मेले का आयोजन किया गया. इस दौरान किसानों को सम्मान भी दिया गया, लेकिन किसानों की समस्याओं को किसी ने भी नहीं सुना. अधिकारी किसान मेला लगाकर सरकार के लाखों रुपयों को पानी की तरह खर्च कर रहे हैं, लेकिन किसान आज भी परेशान घूम रहे है. किसानों की मानें तो अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनकी समस्याएं हल नहीं हो पा रही हैं और इस कारण बदलते मौसम की वजह से फसलों में झुलसा रोग लग रहा है.
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प्राइवेट दुकानों पर किसानों को मिल रही है नकली दवा
किसान अमर सिंह यादव ने बताया कि जब हम लोग दवा खरीदने जाते हैं तो यदि 400 रुपये की दवा है तो दुकानदार उसको 300 रुपये में दे रहा है. अब दुकानदार उसमें क्या अपना ले रहा है पता नहीं. यदि दवा 400 रुपये की होती तो 300 रुपये में क्यों दे दी जाती. इसका मतलब यह है कि दवा नकली है और अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
झुलसे का प्रकोप झेल रहा है आलू किसान
किसान शमशाद अली ने बताया कि आलू पर झुलसे का प्रकोप चल रहा है. किसान की तरफ से कोई लापरवाही नहीं है क्योंकि किसान अपने पैसे से दवा ले रहा है, जो नकली मिलती है या 10 साल की रखी हुई मिलती है. इसका कोई प्रभाव नहीं होता और न ही कोई दुकानदार पर कोई कार्रवाई की जाती है.
अधिकारियों की लापरवाही के कारण लुट रहा है किसान
किसान मान सिंह कटियार ने बताया कि किसानों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आलू की फसल में झुलसा रोग लग गया है और बाजारों में भी नकली दवाईयां दी जा रही है. किसान फसलों में तीन बार स्प्रे कर चुके हैं लेकिन कोई भी फायदा नहीं हुआ है. सरकारी दुकानों पर दवा उपलब्ध न होने से मजबूर किसानों को प्राइवेट दुकानों पर दवा लेने जाना पड़ता है.