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कन्नौज: पुलिस अधिकारी टीबी रोगियों को लेंगे गोद, जानें क्या है माजरा - कन्नौज पुलिस ने टीबी रोगी को लिया गोद

यूपी के कानपुर रेंज में पुलिस अब टीबी रोगियों को गोद लेने का अभियान शुरू कर रही है, ताकि पुलिस की देख-रेख में मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके.

कानपुर रेंज में पुलिस टीबी रोगियों को लेगी गोद.
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Published : Sep 20, 2019, 2:47 PM IST

कन्नौज: राज्यपाल आनंदी पटेल के आदेश के बाद पुलिस महानिरीक्षक कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने अपने अधीनस्थ सभी पुलिस अधिकारियों को एक पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि सभी पुलिस अधिकारी सहित थानाध्यक्ष और दारोगा अपने-अपने क्षेत्रों में टीबी रोगियों को गोद लें और स्वास्थ्य विभाग की मदद से उनका बेहतर इलाज दिलाएं.

पुलिस अधिकारी टीबी रोगियों को लेंगे गोद.

पत्र में कहा गया है कि इस मामले में कोई भी लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी. वहीं हर 15 दिन में इसकी मॉनीटरिंग भी की जाएगी.

टीबी रोगियों को मिलेगा बेहतर इलाज
पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि आईजी महोदय कानपुर के निर्देश के क्रम में यह कार्यवाही की गई है. आईजी महोदय का निर्देश है कि सभी अधिकारी टीबी से ग्रसित 18 वर्ष से कम उम्र के बालक-बालिका को गोद लेंगे. इसका आशय यह है कि टीवी की बीमारी से दवा डिस्कन्टीन्यू करने से समस्या और ज्यादा गम्भीर हो जाती है, तो उसमें थोड़ा सा जागृति आए. कन्टीन्यू चले, तो एक पहल है, एक एक्सपेरिमेन्ट है. स्वास्थ्य विभाग इसके लिए सभी कार्यवाही कर रहा है और सरकार देश को टीबी मुक्त कराने के लिए कटिबद्ध है.

समाज में फैली है अफवाह, टीबी लाइलाज बीमारी
आदेशों के बाद अब पुलिस महकमे में इसका असर देखने को मिलने लगा है. कन्नौज पुलिस इस ओर पहल करने के लिए कदम बढ़ा रही है. पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने अभी थाना सौरिख में एक लड़की टीवी से ग्रसित थी, उसे गोद लिया है. पीड़ित लड़की के पास जाकर उसे कुछ फल बगैरह उपहार दिए हैं. टीवी से जो ग्रसित है उसे कई बार समाज यह मान लेता है कि यह एक असाध्य रोग है, जिसका इलाज सम्भव नहीं है, लेकिन इसका इलाज सम्भव है. अगर नौ महीने तक इसका सही तरह से इलाज कराया जाए तो यह बिल्कुल ठीक हो जाती है.

कन्नौज: राज्यपाल आनंदी पटेल के आदेश के बाद पुलिस महानिरीक्षक कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने अपने अधीनस्थ सभी पुलिस अधिकारियों को एक पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि सभी पुलिस अधिकारी सहित थानाध्यक्ष और दारोगा अपने-अपने क्षेत्रों में टीबी रोगियों को गोद लें और स्वास्थ्य विभाग की मदद से उनका बेहतर इलाज दिलाएं.

पुलिस अधिकारी टीबी रोगियों को लेंगे गोद.

पत्र में कहा गया है कि इस मामले में कोई भी लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी. वहीं हर 15 दिन में इसकी मॉनीटरिंग भी की जाएगी.

टीबी रोगियों को मिलेगा बेहतर इलाज
पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि आईजी महोदय कानपुर के निर्देश के क्रम में यह कार्यवाही की गई है. आईजी महोदय का निर्देश है कि सभी अधिकारी टीबी से ग्रसित 18 वर्ष से कम उम्र के बालक-बालिका को गोद लेंगे. इसका आशय यह है कि टीवी की बीमारी से दवा डिस्कन्टीन्यू करने से समस्या और ज्यादा गम्भीर हो जाती है, तो उसमें थोड़ा सा जागृति आए. कन्टीन्यू चले, तो एक पहल है, एक एक्सपेरिमेन्ट है. स्वास्थ्य विभाग इसके लिए सभी कार्यवाही कर रहा है और सरकार देश को टीबी मुक्त कराने के लिए कटिबद्ध है.

समाज में फैली है अफवाह, टीबी लाइलाज बीमारी
आदेशों के बाद अब पुलिस महकमे में इसका असर देखने को मिलने लगा है. कन्नौज पुलिस इस ओर पहल करने के लिए कदम बढ़ा रही है. पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने अभी थाना सौरिख में एक लड़की टीवी से ग्रसित थी, उसे गोद लिया है. पीड़ित लड़की के पास जाकर उसे कुछ फल बगैरह उपहार दिए हैं. टीवी से जो ग्रसित है उसे कई बार समाज यह मान लेता है कि यह एक असाध्य रोग है, जिसका इलाज सम्भव नहीं है, लेकिन इसका इलाज सम्भव है. अगर नौ महीने तक इसका सही तरह से इलाज कराया जाए तो यह बिल्कुल ठीक हो जाती है.

Intro:अब पुलिस भी टीबी रोगियों को लेगी गोद, कराएगी उनका इलाज
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यूपी में अब तक पुलिस केवल अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के काम में ही लगाई जाती थी लेकिन अब पुलिस टीबी रोगियों को भी गोद लेने की पहल करने में जुटी हुई है। आईजी के आदेश पर कन्नौज पुलिस टीवी से ग्रसित 18 वर्ष से कम उम्र के बालिका वालिका को गोद लेंगे। आइये देखते है कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट।

राज्यपाल आनंदी पटेल के आदेश के बाद इस सम्बन्ध में पुलिस महानिरीक्षक कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने अपने अधीनस्थ सभी पुलिस अधिकारियों को एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि सभी पुलिस अधिकारी सहित थानाध्यक्ष व दरोगा जल्द अपने-अपने क्षेत्रों में टीबी रोगियों को गोद लें और स्वास्थ्य विभाग की मदद से उन्हें बेहतर इलाज दिलायें ताकि टीबी रोगी जल्द से जल्द बीमारी से निजात पा सके। इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नही जाएगी। हर 15 दिनों में इसक माॅनीटरिंग भी की जायेगी।
Body:इस पहल से होगी जागरूकता, मिलेगा टीबी रोगियों को बेहतर इलाज

पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि यह आई महोदय कानपुर के निर्देश के क्रम में यह कार्यवाही की गयी है और आई जी महोदय का निर्देश है कि सभी अधिकारी टीबी से ग्रसित 18 वर्ष से कम उम्र के वालक-वालिका को गोद लेंगे। इसका सिर्फ आशय यह है कि अक्सर जो टीवी की बीमारी है, उसमें दवा डिस्कन्टीन्यू करने से समस्या और ज्यादा गम्भीर हो जाती है, तो उसमें थोड़ा सा जागृति आये। उसकी दवा कन्टीन्यू चले, तो एक पहल है एक एक्सपेरिमेन्ट है। वैसे तो स्वास्थ्य विभाग इसके लिए सभी कार्यवाही कर रही है, और जो सरकार है वो देश को टीबी मुक्त कराने के लिए कटिबद्ध है लेकिन उसमे इस महति प्रयास में अगर थोड़ा सहयोग जागरूकता का हम लोगों की ओर से हो जाये तो यह एक अच्छी पहल है।

Conclusion:समाज में फैली है अफवाह, टीबी लाइलाज बीमारी

आदेशों के बाद अब पुलिस महकमे में इसका असर देखने को मिलने लगा है। कन्नौज पुलिस इस ओर पहल करने के लिए कदम बढ़ा रही है। पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने अभी थाना सौरिख में एक लड़की जो टीवी से ग्रसित थी वह गोद लिया है कल उसके पास जा करके उसको कुछ फल बगैरह उपहार दिये है। और देखिए यह जो पूरी कवायद है। पूरी जो इक्सरसाइज है वह इसलिए है कि एक बार जो टीवी से जो ग्रसित है वह उसको कई बार समाज यह मान लेता है कि यह एक ऐसा असाध्य रोग है। जिसका इलाज सम्भव नही है। और यह बहुत जल्दी लग जायेगा एक दूसरे को। हाॅ कुछ प्रकार की टीबी होती है, जो फंगेजेस होती है लेकिन इसका इलाज सम्भव है। अगर नौ महीने तक इसका सही तरह से इलाज कराया जाये तो यह बिल्कुल हन्ड्रेड परसेन्ट ठीक हो जाती है।

बाइट - अमरेन्द्र प्रसाद सिंह - पुलिस अधीक्षक कन्नौज
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
09415168969

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