कन्नौज: गुरसहायगंज कस्बे में पुलिस उत्पीड़न से नाराज ई-रिक्शा चालकों ने कोतवाली के सामने ग्राउंड में ई-रिक्शा खड़ा करके चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. चालकों ने पुलिस पर जबरदस्ती परेशान करने का आरोप लगाया है. चालकों का कहना है कि कस्बे के अंदर ई-रिक्शा ले जाने पर पुलिस ई-रिक्शा का शीशा तोड़ देती है, टायर पंचर कर देती है और लाठीचार्ज करने का भी आरोप लगाया है. रिक्शा चालकों ने कहा कि मरीज को अस्पताल तक नहीं ले जाने देते हैं. इससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो रहा है. मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने आक्रोशित चालकों को समझा बुझाकर प्रदर्शन खत्म कराया.
पुलिस करती है परेशान
दरअसल, गुरसहायगंज कस्बे में करीब 100 से अधिक लोग ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. सोमवार को ई-रिक्शा चालकों ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए अपने ई-रिक्शा को कोतवाली के सामने आर्मी ग्राउंड में खड़ा कर विरोध प्रदर्शन किया. चालकों ने आरोप लगाया है कि हम लोग गुरसहायगंज कस्बे में ई-रिक्शा चलाकर सवारियों को लाने और ले जाने का काम करते हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन हम लोगों को बहुत परेशान करता है.
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शीशा तोड़ देती है पुलिस
ई-रिक्शा चालकों ने कहा अगर रिक्शे पर सवारी और मरीज बैठे हों तो भी पुलिस अंदर नहीं जाने देती है. पिछले साल नगर पालिका की ओर 620 रुपए का पास बनाया गया था, लेकिन उसका कोई लाभ नहीं मिलता है. गुरसहायगंज से इस्माइलपुर तक का भाड़ा 10 रुपए होता है, लेकिन जब पुलिस अंदर नहीं जाने देती है तो सवारी पूरा भाड़ा भी नहीं देती है. अगर ई-रिक्शा कस्बा के अंदर ले भी गए तो पुलिस उसका शीशा तोड़ देती है, रिक्शा पंचर कर देती है, साथ ही पिटाई तक कर देती है. इससे सभी चालक बहुत परेशान हैं. चालकों ने कहा कि ई-रिक्शा न चलने की वजह से उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो रहा है. विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी राजकुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. थाना प्रभारी ने आक्रोशित चालकों को समझा बुझाकर शांत कराया.