कन्नौज : देश भर में लॉकडाउन-4 की नई गाइडलाइंस के साथ कन्नौज जिला प्रशासन भी तैयारी शुरू कर दिया है. इस दौरान बाहर से आ रहे श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थानों पर भेजने के लिए कलेक्शन सेंटर निर्धारित किए गए हैं.
जिलाधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड और हरियाणा में फंसे उत्तर प्रदेश के निवासी जो अपने घर वापस जाना चाहते हैं, वह अपना आवेदन कलेक्शन सेंटर में कर सकते हैं, जिससे संबंधित सभी व्यक्तियों को उनके मूल प्रदेश ले जाने की प्रक्रिया शुरू की जा सके. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा के श्रमिकों को भेजने और ले आने के लिए कलेक्शन सेंटर निर्धारित किए गए हैं.
जिलाधिकारी और एसपी ने जनपद का किया भ्रमण
जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र और पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने एक साथ जनपद भ्रमण किया. साथ ही जनपद की सीमाओं पर पहुंचकर पैदल, मोटरसाइकिल आदि निजी वाहनों से हो रहे पलायन का जायजा लिया. इसके अलावा दोनों ने सौरिख थाना क्षेत्र, एक्सप्रेस वे का दौरा किया. साथ ही उपजिलाधिकारी छिबरामऊ को निर्देश दिए कि पैदल या मोटरसाइकिल से आने वाले व्यक्तियों को रोक कर उनके लिए उचित वाहन का प्रबंध किया जाय.
जिलाधिकारी ने बताया कि मुजफ्फरनगर बस स्टैंड और जनपद बरेली की तहसील बहेड़ी में कलेक्शन सेंटर स्थापित किया गया है. इसके जरिए प्रवासीय श्रमिकों की उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड जाने की व्यवस्था की गई है. उत्तर प्रदेश में हरियाणा के मूल निवासियों के लिए बुलंदशहर, सहारनपुर, शामली में कलेक्शन सेंटर स्थापित किया गया है, जिससे उत्तर प्रदेश से हरियाणा, हरियाणा से उत्तर प्रदेश के लिए बसों का आवागमन सुनिश्चित करते हुए प्रवासी लोगों को भेजा और ले आया जाएगा.
उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्य के लिए सहारनपुर से 250 बसें और मुजफ्फरनगर, बरेली के कलेक्शन सेंटर के लिए 30-30 बसें श्रमिकों को लाने और ले जाने का काम करेंगी.