कन्नौज: इत्र नगरी कन्नौज एकबार फिर सुर्खियों में है. पहले सिपाही की हत्या करने वाले अपराधी के घर पर बाबा का बुलडोजर चला. अब समाजावादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी नेता इत्र कारोबारी जय कुमार तिवारी के घर पर इटावा से आई जीएसटी टीम ने छापेमारी की. जीएसटी टीम की इस छापेमारी से हड़कंप मच गया. इस छापेमारी के दौरान टीम के साथ पुलिस बल भी मौजूद रहा.
इटावा से आई 30 सदस्यीय जीएसटी टीम ने कन्नौज के इत्र कारोबारी जय कुमार तिवारी के मकरंदनगर और कुतलुपुर के कारखानों में छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान टीम के साथ पुलिस बल भी मौजूद रहा. 6 घंटे की छापेमारी में टीम ने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया.
इटावा जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्नर सुषमा उपाध्याय ने छापेमारी के बाद बताया कि व्यापारी रिटर्न भरने में कुछ गड़बड़ी करते हैं तो उसको ठीक कराने के लिए उनकी टीम कारोबारियों के घर पहुंचकर जानकारी देती है. उसी प्रक्रिया के तहत कारोबारी जय कुमार तिवारी के यहां टीम पहुंची थी. सूत्रों की मानें तो जीएसटी टीम ने कार्रवाई के दौरान व्यापारी जय कुमार तिवारी से टैक्स के रूप में 30 से 40 लाख रुपये के बीच जमा कराए हैं और उनके कारखाने के कुछ कमरे सील कर लिखित दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया है.
वहीं, जीएसटी टीम की छापामारी को स्थानीय सपा नेताओं ने राजनीतिक कार्रवाई बताया है. सपा नेताओं का आरोप है कि अखिलेश यादव ने जबसे कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की बात कही है. तब से भाजपा के नेताओं में खलबली मची है. विपक्षी नेताओं पर दवाब बनाकर उन्हें भाजपा में शामिल करना चाहती है. वहीं, सपा नेता जय कुमार तिवारी ने बताया कि वह घर पर नहीं थे. जानकारी मिली तो वह घर आए. घर में 30 से ज्यादा लोग पुलिस बल के साथ मौजूद थे. उन्होंने बताया कि 2 दिन पहले वह अखिलेश यादव के साथ एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उनकी फोटो वायरल होने के बाद से वह भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं.
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