कन्नौज: अभिनेता आयुष्मान खुराना की फिल्म 'आर्टिकल 15' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. फिल्म विरोधप्रदर्शन को लेकर सुर्खियों में बनी है. फिल्म को एक सच्ची घटना पर आधारित बताया जा रहा है. यह फिल्म भारत के संविधान आर्टिकल 15 के बारे में बात करती है. यह किसी एक विशेष घटना पर आधारित नहीं है.
क्या है इस फिल्म 'आर्टिकल 15' में-
इस फिल्म में दिखाया गया है कि मजदूरी करने वाली लड़कियों को सिर्फ तीन रुपये दिहाड़ी बढ़ाने की मांग पर मारा-पीटा जाता है.
इन लड़कियों के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देकर उनकी हत्या कर दी जाती है. लड़कियां दलित परिवार से हैं.
फिल्म में पुलिस अधिकारी बने आयुष्मान खुराना इस केस में जांच करते हुए नजर आते हैं.
फिल्म का हो रहा जमकर विरोध-
- कन्नौज में योगी सेना के साथ ब्राह्मण समाज के लोगों द्वारा फ़िल्म आर्टिकल 15 का विरोध किया जा रहा है.
- कन्नौज में योगी सेना और ब्राह्मण समाज के लोगों ने आर्टिकल 15 फिल्म को लेकर रोक लगाए जाने की मांग की है.
- कन्नौज में नारायण मल्टीप्लेक्स में हुए प्रदर्शन के बाद, बढ़ाई गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था.
- टॉकीज के अंदर और बाहर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात कर दिए गए हैं.
क्यों हो रहा है विरोध-
फिल्म की कहानी को मरोड़कर दिखाए जाने को लेकर फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा को उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समुदाय के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि इनमें आरोपी व्यक्ति को ब्राह्मण समुदाय का दर्शाया गया है. इसी वजह से लोगों को लगता है कि इससे उनके समुदाय की बदनामी हो रही है और यही कारण है कि इस फिल्म को ब्राह्मण समाज के लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है. योगी सेना के राष्ट्रीय मंत्री पवन पांडे के साथ ब्राह्मण समाज के लोगों ने इस फिल्म को बंद किए जाने के लिए अधिकारियों को लिखित रूप से अवगत कराया है.
फिल्म आर्टिकल 15 के कन्नौज में हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने कन्नौज के मकरंद नगर स्थित नारायण मिनी प्लेक्स सिनेमा की सुरक्षा बढ़ा दी है. टॉकीज के अंदर और बाहर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है ताकि कोई संदिग्ध व्यक्ति आस-पास नजर न आए इसके लिए पुलिस पैनी नजर बनाए हुए है.