कन्नौजः यूपी सरकार की युवा कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव डिंपल वर्मा ने महादेवी गंगा घाट पर पहुंचकर शव को दफनाए जाने की हकीकत जानी. इस दौरान उन्होंने गंगा पुल से रेत में दफनाए गए शवों की मोबाइल से फोटो भी खींची. उनके साथ हरदोई जिले के कुछ अधिकारी भी मौजूद रहे. महादेवी गंगा घाट पर करीब आधा घंटा रूकने के बाद उनका काफिला वापस हरदोई लौट गया.
ये है पूरा मामला
कोरोना काल में गंगा किनारे रेत में बड़ी संख्या में शव दफनाए जाने का मामला उजागर होने के बाद सरकार ने शवों को दफन करने पर रोक लगा दी है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से निगरानी समिति का भी गठन किया गया है. गंगा किनारे शवों को दफन किए जाने की हकीकत जांचने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के युवा कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव डिंपल वर्मा अचानक 3 गाड़ियों के काफिले के साथ महादेवी घाट पुल पर पहुंची. जहां उन्होंने सबसे पहले पुल से गंगा की रेत और अन्य स्थितियों का जायजा लिया. इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने अपने मोबाइल से गंगा घाट की रेत में दफन किए गए शवों की कई एंगल से फोटो भी खींची.
कर्मी से शवों के अंतिम संस्कार की ली जानकारी
अपर मुख्य सचिव ने श्मशान घाट पर लेखाजोखा कर्मी राजनारायण पांडेय से उनसे गोपनीय बातचीत की. इसके साथ ही महादेवी घाट पर शवों को दफनाए और बहाए जाने की विस्तार से जानकारी ली.
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निरीक्षण की जिला प्रशासन को नहीं लगी भनक
बताया जा रहा है कि अपर मुख्य सचिव के आने की जानकारी जिला स्तर के अधिकारियों तक को नहीं हुई. वे गोपनीय तरीके से अपना दौरा कर वापस लौट गईं. जानकारी के मुताबिक हरदोई जिले के कुछ अधिकारी उनके साथ आए थे. करीब आधा घंटा तक उनका काफिला महादेवी घाट पर रूका. निरीक्षण करने के बाद उनका तीन गाड़ियों का काफिला वापस हरदोई जनपद की ओर लौट गया. महादेवी घाट पर बड़ी संख्या में शव दफनाए जाने का मामला मीडिया में आने के बाद प्रदेश सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. जिसके बाद मामले को लेकर शासन स्तर पर जांच के लिए अपर मुख्य सचिव को भेजा गया.