मेरठ: मेरठ की एक महिला ने गुरुवार को थाना नौचंदी के सब इंस्पेक्टर समेत तीन लोगों पर थाने में गैंगरेप का आरोप लगाते हुए एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया. उस पत्र में महिला ने आरोप लगाया है कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने उसे जेल से छुड़ाने के नाम पर उसकी बेटी से पैसे भी वसूले . हालांकि एसपी सिटी पीयूष सिंह ने महिला के आरोपों को निराधार बताया है. एसपी सिटी का कहना है कि महिला की ओर से गैंगरेप का आरोप लगाते हुए दिए गए प्रार्थना पत्र का मकसद पुलिस पर दबाव बनाना है. उसके आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. इस संबंध में महिला के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
गुरुवार को मेरठ की एक महिला एसएसपी ऑफिस पहुंची और वहां नौचंदी थाने के दो पुलिसकर्मियों समेत तीन लोगों पर अक्टूबर महीने में गैंगरेप का आरोप लगाया. एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में महिला ने बताया कि उसने 15 अक्टूबर को थाना क्षेत्र के नौचंदी ग्राउंड में कूड़ा बीनने वाले लोगों की आवाज उठाई थी. तब उसने जिला मुख्यालय पर धरना भी दिया था. लेकिन, महिला के बेसहारा लोगों का सहारा बनने से कुछ लोगों को तकलीफ हो रही थी. इन लोगों महिला ने नौचंदी पुलिस द्वारा तब पकड़वा दिया था. महिला (Gangrape in Meerut) का आरोप है कि पुलिस उसे जबरन नौचंदी थाने ले जाने लगी. जब उन्होंने थाने पर जाने से मना किया तो पुलिस उसकी गाड़ी को लेकर थाने चली गई . इसके बाद पुलिसवालों ने गाड़ी लेने के लिए अगले दिन थाने आने को कहा.
महिला का आरोप है कि वह जब गाड़ी लेने थाने पहुंची तो, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने अन्य लोगों की मदद से उसे एक कमरे में ले जाकर गैंगरेप (Gangrape in Meerut) किया. विरोध करने पर पुलिस ने उसे एक्सटॉर्शन के झूठे मामले में फंसाकर तब जेल भेज दिया था. महिला के जेल जाने के बाद पुलिसकर्मी उसके घर भी गए और उसकी बेटी के साथ मारपीट की. महिला ने पत्र में आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उसे जेल से छुड़ाने के नाम पर बेटी से रुपये भी वसूले.
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एसपी सिटी पीयूष सिंह ने महिला की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र पर पूरी जानकारी दी. उन्होंने महिला के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना है कि महिला ने झूठे आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि महिला रंगदारी मामले में 44 दिन की जेल काटकर आई है. महिला के विरुद्ध थाना नौचंदी में एक्सटॉर्शन का केस दर्ज किया गया था. जेल में छूटने के बाद उसने एक्सटॉर्शन मामले में गिरफ्तार करने वाले सब इंस्पेक्टर और वादी के खिलाफ शिकायत दी है. वह झूठे प्रार्थना पत्र देकर पुलिस और वादी पर दबाव बनाना चाहती है. उसके आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. इस संबंध में महिला के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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