झांसी: जिले के सीपरी बाजार के निकट स्थित इंद्रा नगर में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सेवा समर्पण समिति लगातार मदद कर रही है. शनिवार को इस समिति की तरफ से जरूरतमंदों को राशन किट देने के साथ ही इन्हें रोजमर्रा की जरूरत पूरा करने के लिए आर्थिक मदद भी दी गई.
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवक दिनेश पाठक, राजकुमार द्विवेदी और सामाजिक कार्यकर्ता देवप्रिया उक्सा ने इन जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं और युवतियों को राशन किट और आर्थिक मदद प्रदान की. स्वयंसेवकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इंद्रा नगर के अलावा कई अन्य बस्तियों में भी राशन वितरण का बीड़ा उठाया है.
सामाजिक कार्यकर्ता देवप्रिया उक्सा ने बताया कि लॉकडाउन को 50 दिन से अधिक हो चुके हैं. इसका सबसे ज्यादा असर रोज कमाने खाने वाले लोगों पर पड़ा है. सेवा समर्पण समिति इंद्रा नगर में स्कूल और सिलाई-कढ़ाई केंद्र चलाती है. इन केंद्रों में पढ़ने वाली छात्राओं को बुलाकर भोजन के लिए राशन और आर्थिक मदद दी गई है. आगे भी इन परिवारों को आर्थिक मदद दी जाएगी. जिससे इन्हें किसी भी तरह की दिक्कत न हो.
झांसी : सेवा समर्पण समिति ने लॉकडाउन के दौरान गरीबों में बांटा राशन
झांसी जिले के सीपरी बाजार के इंद्रा नगर में सेवा समर्पण समिति की तरफ से शनिवार को जरूरतमंदों को राशन किट दिया गया. साथ ही जरूरतमंदों को लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा की जरूरत पूरा करने के लिए आर्थिक मदद भी दी गई.
झांसी: जिले के सीपरी बाजार के निकट स्थित इंद्रा नगर में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सेवा समर्पण समिति लगातार मदद कर रही है. शनिवार को इस समिति की तरफ से जरूरतमंदों को राशन किट देने के साथ ही इन्हें रोजमर्रा की जरूरत पूरा करने के लिए आर्थिक मदद भी दी गई.
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवक दिनेश पाठक, राजकुमार द्विवेदी और सामाजिक कार्यकर्ता देवप्रिया उक्सा ने इन जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं और युवतियों को राशन किट और आर्थिक मदद प्रदान की. स्वयंसेवकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इंद्रा नगर के अलावा कई अन्य बस्तियों में भी राशन वितरण का बीड़ा उठाया है.
सामाजिक कार्यकर्ता देवप्रिया उक्सा ने बताया कि लॉकडाउन को 50 दिन से अधिक हो चुके हैं. इसका सबसे ज्यादा असर रोज कमाने खाने वाले लोगों पर पड़ा है. सेवा समर्पण समिति इंद्रा नगर में स्कूल और सिलाई-कढ़ाई केंद्र चलाती है. इन केंद्रों में पढ़ने वाली छात्राओं को बुलाकर भोजन के लिए राशन और आर्थिक मदद दी गई है. आगे भी इन परिवारों को आर्थिक मदद दी जाएगी. जिससे इन्हें किसी भी तरह की दिक्कत न हो.