झांसी: ग्रामीण अंचलों में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से सेवा रथ की शुरुआत हुई. रविवार को झांसी के बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय स्थित सभागार में संवेदना सेवा न्यास के कार्यक्रम के दौरान रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया. यह रथ बुन्देलखण्ड के ग्रामीण अंचलों में जाकर लोगों को सामान्य बीमारियों में इलाज का परामर्श और दवाएं देने का काम करेगी.
कार्यक्रम में कथा वाचक आचार्य शांतनु महाराज, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह प्रान्त कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव बतौर अतिथि मौजूद रहे. इस दौरान संवेदना सेवा न्यास से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे. सेवा रथ के संचालकों ने कहा कि झांसी जनपद के चयनित ग्रामीण क्षेत्रों में इस सेवा की शुरुआत की जा रही है और धीरे-धीरे इसके क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा.
कथा वाचक आचार्य शांतनु महाराज ने बताया कि यह सेवा रथ उन स्थानों पर पहुंचकर चिकित्सा सेवा प्रदान करेगी, जिन स्थानों पर सामान्य रूप से चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं या फिर वह सुदूर इलाका है और वहां के लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. यह सेवा रथ ग्रामीण क्षेत्र में जाकर चिकित्सा सेवा करेगी, उनकी जांच करेगी और नि:शुल्क दवाएं देगी.
झांसी: सेवा रथ पहुंचाएगी ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ्त इलाज और दवाएं
यूपी के झांसी के बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय स्थित सभागार में सेवा रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया. यह रथ बुन्देलखण्ड के ग्रामीण अंचलों में जाकर लोगों को सामान्य बीमारियों में इलाज का परामर्श और दवाएं देने का काम करेगी.
झांसी: ग्रामीण अंचलों में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से सेवा रथ की शुरुआत हुई. रविवार को झांसी के बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय स्थित सभागार में संवेदना सेवा न्यास के कार्यक्रम के दौरान रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया. यह रथ बुन्देलखण्ड के ग्रामीण अंचलों में जाकर लोगों को सामान्य बीमारियों में इलाज का परामर्श और दवाएं देने का काम करेगी.
कार्यक्रम में कथा वाचक आचार्य शांतनु महाराज, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह प्रान्त कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव बतौर अतिथि मौजूद रहे. इस दौरान संवेदना सेवा न्यास से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे. सेवा रथ के संचालकों ने कहा कि झांसी जनपद के चयनित ग्रामीण क्षेत्रों में इस सेवा की शुरुआत की जा रही है और धीरे-धीरे इसके क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा.
कथा वाचक आचार्य शांतनु महाराज ने बताया कि यह सेवा रथ उन स्थानों पर पहुंचकर चिकित्सा सेवा प्रदान करेगी, जिन स्थानों पर सामान्य रूप से चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं या फिर वह सुदूर इलाका है और वहां के लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. यह सेवा रथ ग्रामीण क्षेत्र में जाकर चिकित्सा सेवा करेगी, उनकी जांच करेगी और नि:शुल्क दवाएं देगी.