झांसीः इस बार झांसी में रावण के पुतले का दहन नहीं होगा. बुंदेलखंड दशहरा कमेटी की ओर से यह आयोजन रद कर दिया गया है. कमेटी की ओर से इस बार यहां 47वां आयोजन होना था.
बुंदेलखंड दशहरा कमेटी का कहना है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर की संभावना के चलते भीड़भाड़ पर पाबंदी लगाई गई है. प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिली है. इस कारण कमेटी ने यह आयोजन रद कर दिया है. कमेटी अध्यक्ष अशोक जैन का कहना है कि बहुत छोटे स्तर से शुरू हुआ यह आयोजन अब भव्य रूप ले चुका है. दशहरा को लेकर कई तैयारियां शुरू कर दी गईं थीं. लाइटिंग, सजावट, पुतला निर्माण, आतिशबाजी आदि की तैयारियां चल रहीं थीं. जिला प्रशासन को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई थी लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला. पता चला कि आयोजन के लिए प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि इस कारण इस बार भी दशहरा का आयोजन रद कर दिया गया है. वहीं, झांसी के सदर बाजार में चल रही रामलीला इस बार 97 वर्ष पूरे करने जा रही है. इस कमेटी को भी प्रशासन से अनुमति नहीं मिल सकी है, इस वजह से सदर बाजार में भी रावण का दहन नहीं होगा. बताया जा रहा है कि दशहरा का आयोजन टलने से यहां के व्यापार पर भी असर पड़ेगा.
फर्रुखाबाद में भी नहीं फूंका जाएगा पुतला
फर्रुखाबाद में भी इस बार दशहरे पर रावण के बड़े पुतलों का दहन नहीं होगा. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की संभावना के चलते प्रशासन ने इस बार पुतला दहन की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में लोगों ने गली-मोहल्लों में रावण के छोटे-छोटे पुतले फूंकने की तैयारी की है. वहीं, कारीगरों का कहना है कि इस बार छोटे पुतले काफी बिकने की उम्मीद है. कोरोना काल के बाद अब कुछ काम चला है.