झांसी: जिले के कोच मरम्मत कारखाने में पहली बार लिंक हॉफमैन बुश कोच की पीरियॉडिक ओवरहालिंग की गई. इसके बाद उत्तर मध्य रेलवे के जीएम राजीव चौधरी ने वर्चुअल माध्यम से इन कोचों का लोकार्पण किया. इन कोच में यात्री सुविधाओं का बेहतर ध्यान रखा गया है. यात्रा के दौरान यात्रियों को पीने का शुद्ध पानी मिले इसके लिए कोच में आरओ की व्यवस्था की गई है, एलईडी लाइट्स, आरामदायक बर्थ, ग्रीन शौचालय, प्रत्येक केबिन में दो मोबाइल चार्जर सॉकेट की व्यवस्था की गयी है.
2015 से चल रहा आईसीएफ कोचों का पुनर्निर्माण
रेलवे अफसरों के मुताबिक झांसी का कोच मरम्मत कारखाना साल 2015 से आईसीएफ कोचों का पुनर्निर्माण का कार्य कर रहा था. रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार आईसीएफ कोचों की आवधिक मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है. वर्तमान में कोच मरम्मत कारखाने के द्वारा 30 कोचों की आवधिक मरम्मत का कार्य किया जा रहा है.
जनवरी में शुरू हुआ एलएचबी कोच का मरम्मत कार्य
रेलवे अफसरों ने बताया कि एलएचबी कोच का मरम्मत कार्य जनवरी-2020 से शुरू किया गया. प्रति माह 20 कोच की मरम्मत करके उत्तर मध्य रेलवे के झांसी, प्रयागराज और आगरा डिवीजन को भेजी जा रही है. इसी कड़ी में आधुनिक लिंक हॉफमैन बुश कोच की आवधिक मरम्मत का कार्य भी शुरू किया गया है. इसके तहत पहले कोच का लोकार्पण किया गया.
गोरखपुर और अजमेर में होती थी एलएचबी कोचों की मरम्मत
कोच मरम्मत कारखाने के अधिकारियों, पर्यवेक्षक व कर्मचारियों ने कोविड महामारी के दौरान इसके लिए तकनीकी ज्ञान, रख-रखाव निर्देश को दूसरे कारखाने से ऑनलाइन प्राप्त किए. मरम्मत में लगने वाली सामग्री दूसरे कारखाने से मंगाई गई. जिसके बाद कुछ कोचों की मरम्मत का काम झांसी के कारखाने में किया गया. इससे पहले एलएचबी कोचों का मरम्मत कार्य गोरखपुर और अजमेर कारखाने में कराया जाता था.
कोच में हैं अत्याधुनिक सुविधाएं
वर्चुअल लोकार्पण के अवसर पर मुख्य कारखाना प्रबंधक दीपक निगम ने बताया कि कोच में आधुनिक किस्म की सीटें लगी हैं. कोच में बहुत सारे नए काम कराए गए है. कोच में एयर स्प्रिंग लगी है, एयर स्प्रिंग की ओवर हालिंग भी पहली बार इस कारखाने में हुई है. हम पहले आईसीएफ कोच का काम कर रहे थे. अब एलएचबी कोच पर भी काम शुरू हुआ हैं.
झांसी के कोच मरम्मत कारखाने में LHB डिब्बों की पीरियॉडिक ओवरहॉलिंग शुरू
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के रेल कोच मरम्मत कारखाने में लिंक हॉफमैन बुश कोच का पीरियॉडिक ओवरहालिंग के बाद उत्तर मध्य रेलवे के जीएम राजीव चौधरी ने वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया. कोच में यात्री सुविधाओं का बेहतर ध्यान रखा गया है. एलएचबी कोच के मरम्मत का कार्य जनवरी-2020 से शुरू किया गया और प्रति माह 20 कोच की मरम्मत करके उत्तर मध्य रेलवे डिवीजन को भेजा जा रहा है.
झांसी: जिले के कोच मरम्मत कारखाने में पहली बार लिंक हॉफमैन बुश कोच की पीरियॉडिक ओवरहालिंग की गई. इसके बाद उत्तर मध्य रेलवे के जीएम राजीव चौधरी ने वर्चुअल माध्यम से इन कोचों का लोकार्पण किया. इन कोच में यात्री सुविधाओं का बेहतर ध्यान रखा गया है. यात्रा के दौरान यात्रियों को पीने का शुद्ध पानी मिले इसके लिए कोच में आरओ की व्यवस्था की गई है, एलईडी लाइट्स, आरामदायक बर्थ, ग्रीन शौचालय, प्रत्येक केबिन में दो मोबाइल चार्जर सॉकेट की व्यवस्था की गयी है.
2015 से चल रहा आईसीएफ कोचों का पुनर्निर्माण
रेलवे अफसरों के मुताबिक झांसी का कोच मरम्मत कारखाना साल 2015 से आईसीएफ कोचों का पुनर्निर्माण का कार्य कर रहा था. रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार आईसीएफ कोचों की आवधिक मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है. वर्तमान में कोच मरम्मत कारखाने के द्वारा 30 कोचों की आवधिक मरम्मत का कार्य किया जा रहा है.
जनवरी में शुरू हुआ एलएचबी कोच का मरम्मत कार्य
रेलवे अफसरों ने बताया कि एलएचबी कोच का मरम्मत कार्य जनवरी-2020 से शुरू किया गया. प्रति माह 20 कोच की मरम्मत करके उत्तर मध्य रेलवे के झांसी, प्रयागराज और आगरा डिवीजन को भेजी जा रही है. इसी कड़ी में आधुनिक लिंक हॉफमैन बुश कोच की आवधिक मरम्मत का कार्य भी शुरू किया गया है. इसके तहत पहले कोच का लोकार्पण किया गया.
गोरखपुर और अजमेर में होती थी एलएचबी कोचों की मरम्मत
कोच मरम्मत कारखाने के अधिकारियों, पर्यवेक्षक व कर्मचारियों ने कोविड महामारी के दौरान इसके लिए तकनीकी ज्ञान, रख-रखाव निर्देश को दूसरे कारखाने से ऑनलाइन प्राप्त किए. मरम्मत में लगने वाली सामग्री दूसरे कारखाने से मंगाई गई. जिसके बाद कुछ कोचों की मरम्मत का काम झांसी के कारखाने में किया गया. इससे पहले एलएचबी कोचों का मरम्मत कार्य गोरखपुर और अजमेर कारखाने में कराया जाता था.
कोच में हैं अत्याधुनिक सुविधाएं
वर्चुअल लोकार्पण के अवसर पर मुख्य कारखाना प्रबंधक दीपक निगम ने बताया कि कोच में आधुनिक किस्म की सीटें लगी हैं. कोच में बहुत सारे नए काम कराए गए है. कोच में एयर स्प्रिंग लगी है, एयर स्प्रिंग की ओवर हालिंग भी पहली बार इस कारखाने में हुई है. हम पहले आईसीएफ कोच का काम कर रहे थे. अब एलएचबी कोच पर भी काम शुरू हुआ हैं.