झांसी: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में नामांकन करने के बाद बबीना विधानसभा क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी दशरथ सिंह राजपूत आज उस समय हड़बड़ा गए. जब उनसे विधानसभा क्षेत्र के मुद्दों के बारे में पूछा गया. दशरथ सिंह राजपूत ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में कोई मुद्दा नहीं है. उनके पास अपना भी कोई मुद्दा नहीं है. वे केवल मायावती सरकार की नीतियों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. सभी पार्टियों के चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र के जनता से जुड़ी हुई समस्याओं को ढूंढ कर उन्हीं समस्याओं को चुनावी मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, बबीना विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी दशरथ सिंह राजपूत का कहना है कि उनका कोई मुद्दा नहीं है. वे केवल मायावती सरकार की नीतियों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मायावती उत्तर प्रदेश की 4 बार मुख्यमंत्री रहीं और सरकार के रहते बैकलॉग की सरकारी नौकरियों को खोलने का काम किया था. वर्तमान सरकार ने जो भी काम किए हैं. वह कागजों पर ही किए हैं. धरातल पर कोई भी काम नहीं किया. कोशिश होगी कि गांव का नौजवान गांव में रहकर ही काम करें. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि राजपूत समाज की किसी भी बैठक में समाजवादी पार्टी को समर्थन देने की बात कही गई. इसे साफ अफवाह करार दिया गया.
दरअसल, बबीना विधानसभा क्षेत्र में ज्यादातर लोग कृषि पर निर्भर हैं और इस क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल की बहुत बड़ी समस्या बरसों से चली आ रही है. बीजेपी और समाजवादी पार्टी इन्हीं मुद्दों को लेकर क्षेत्र में चुनाव लड़ रही हैं. भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान विधायक का कहना है कि सिंचाई और पेयजल की समस्या उनके कार्यकाल में काफी हद तक पूरी कर दी गई है. वहीं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लगातार पेयजल और सिंचाई की समस्या को लेकर हमलावर रहते हैं. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी दशरथ सिंह राजपूत का यह कहना क्षेत्र में कोई मुद्दा नहीं है यह बात क्षेत्र की जनता के समझ से परे है.
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