झांसी: कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन में काम ठप है और वे घर वापसी के लिए मजबूर हैं. उनकी कमाई का साधन बंद हो चुका है और बचत भी खत्म हो गई है. ऐसे में वे किसी भी हालत में अपने गांव वापस जाना चाहते हैं.
ऐसा ही एक नजारा जिले में देखने को मिला. जहां इंदौर से साइकिल पर सवार होकर 22 मजदूर असम के लिए निकल पड़े हैं. उनका यह सफर पूरा 2200 किलोमीटर का है.
गुवाहाटी के रहने वाले जितेंद्र का कहना है कि वह 6 महीने पहले रोजगार की तलाश में इंदौर गए थे. यहां एक रिफाइनिंग कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन अब वहां कोरोना संक्रमण के कारण हालात बहुत बुरे हो चुके हैं. कोई उपाय नहीं सूझा इसलिए साइकिल से ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं.
वहीं प्रवासी श्रमिक मंगल ने कहा कि वह 5 महीने पहले असम से इंदौर गए थे. लॉकडाउन होने के बाद से कई बार असम सरकार से वापस बुलवाने के लिए निवेदन कर चुके हैं लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इसलिए वो भी साइकिल से ही घर के लिए निकल पड़े हैं.
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