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झांसी: 2200 किमी के लंबे सफर पर साइकिल से निकले 22 प्रवासी मजदूर

इंदौर से 22 प्रवासी श्रमिक साइकिल से सफर तय करके झांसी पहुंचे हैं. ये प्रवासी श्रमिक इंदौर में रहकर काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन में काम बंद होने पर ये घर जाने को मजबूर हैं. ये सभी अब साइकिल से असम के लिए निकल पड़े हैं.

इंदौर से झांसी पहुंचे प्रवासी मजदूर.
इंदौर से झांसी पहुंचे प्रवासी मजदूर.
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Published : May 19, 2020, 3:36 PM IST

Updated : May 19, 2020, 4:00 PM IST

झांसी: कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन में काम ठप है और वे घर वापसी के लिए मजबूर हैं. उनकी कमाई का साधन बंद हो चुका है और बचत भी खत्म हो गई है. ऐसे में वे किसी भी हालत में अपने गांव वापस जाना चाहते हैं.

ऐसा ही एक नजारा जिले में देखने को मिला. जहां इंदौर से साइकिल पर सवार होकर 22 मजदूर असम के लिए निकल पड़े हैं. उनका यह सफर पूरा 2200 किलोमीटर का है.

गुवाहाटी के रहने वाले जितेंद्र का कहना है कि वह 6 महीने पहले रोजगार की तलाश में इंदौर गए थे. यहां एक रिफाइनिंग कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन अब वहां कोरोना संक्रमण के कारण हालात बहुत बुरे हो चुके हैं. कोई उपाय नहीं सूझा इसलिए साइकिल से ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं.

वहीं प्रवासी श्रमिक मंगल ने कहा कि वह 5 महीने पहले असम से इंदौर गए थे. लॉकडाउन होने के बाद से कई बार असम सरकार से वापस बुलवाने के लिए निवेदन कर चुके हैं लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इसलिए वो भी साइकिल से ही घर के लिए निकल पड़े हैं.

ये भी पढ़ें- झांसी : शासन की फटकार के बाद रक्सा बॉर्डर पर सुधरी व्यवस्थाएं

झांसी: कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन में काम ठप है और वे घर वापसी के लिए मजबूर हैं. उनकी कमाई का साधन बंद हो चुका है और बचत भी खत्म हो गई है. ऐसे में वे किसी भी हालत में अपने गांव वापस जाना चाहते हैं.

ऐसा ही एक नजारा जिले में देखने को मिला. जहां इंदौर से साइकिल पर सवार होकर 22 मजदूर असम के लिए निकल पड़े हैं. उनका यह सफर पूरा 2200 किलोमीटर का है.

गुवाहाटी के रहने वाले जितेंद्र का कहना है कि वह 6 महीने पहले रोजगार की तलाश में इंदौर गए थे. यहां एक रिफाइनिंग कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन अब वहां कोरोना संक्रमण के कारण हालात बहुत बुरे हो चुके हैं. कोई उपाय नहीं सूझा इसलिए साइकिल से ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं.

वहीं प्रवासी श्रमिक मंगल ने कहा कि वह 5 महीने पहले असम से इंदौर गए थे. लॉकडाउन होने के बाद से कई बार असम सरकार से वापस बुलवाने के लिए निवेदन कर चुके हैं लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इसलिए वो भी साइकिल से ही घर के लिए निकल पड़े हैं.

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Last Updated : May 19, 2020, 4:00 PM IST
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