झांसी: ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के लिए गठित समिति के सदस्यों के साथ झांसी मंडल के कमिश्नर ने बैठक के लिए शुक्रवार को अनूठी पहल की. उन्होंने अफसरों के साथ शहर के बाहर स्थित दिगारा पहाड़ी पर बैठक की. दिगारा पहाड़ी पर बैठक के दौरान पहाड़ी के आसपास चिन्हित स्थान को रेखांकित करते हुए उसके सुंदरीकरण पर चर्चा की. उन्होंने आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता को स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए. यह भी कहा कि जो व्यक्ति ऐसी इमारतों को गोद लेगा उनका नाम ऐसे स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा.
उपेक्षित धरोहरों के लिए पहल
मंडलायुक्त झांसी डॉ. अजय शंकर ने अडॉप्ट हेरिटेज अभियान चलाकर ऐसे धरोहर स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं के विकास और रखरखाव के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्मारक जो आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया या राज्य की सूची में दर्ज हैं, वह तो संरक्षित होते हैं, लेकिन बुंदेलखंड क्षेत्र में अनेक ऐसी इमारतें, भवन, मीनार, झील और पहाड़ियां हैं, जो किसी भी सरकारी योजना से संरक्षित नहीं है. ऐसे धरोहर को संरक्षित करने के लिए स्थानीय स्तर पर पहल करने की जरूरत है.
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तीन जिलों में चलेगा अभियान
अडॉप्ट हेरिटेज अभियान के तहत झांसी मंडल की सभ्यता और सांस्कृतिक गरिमा के ऐतिहासिक स्थलों को तीनों जनपदों में खोजा जाएगा. स्मारकों को चिन्हित करने का अभियान चलेगा और चिन्हित होने के बाद उन्हें अडॉप्ट करने के लिए लोगों की सूची तैयार की जाएगी. आवास विकास परिषद के माध्यम से स्थलों की मरम्मत और रखरखाव के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे. इसके बाद मानक के अनुसार मरम्मत कराई जाएगी. मरम्मत के बाद पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उस स्थल पर एक आयोजन किया जाएगा, जिससे लोग उस स्थान के ऐतिहासिक महत्व को समझ सके. चिन्हित स्थानों के इतिहास की जानकारी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय व इतिहासकार उपलब्ध कराएंगे.