झांसी/आजमगढ़: जिले में कई इलाके ऐसे हैं जहां लंबे समय से पानी की समस्या बनी हुई है. खास तौर पर झांसी किले की तलहटी में बसे आसपास के इलाकों में और मुख्य शहर के बाहर विकसित हुई नई कालोनियों में गर्मी आते ही समस्या और भी बढ़ जाती है. शिवाजी नगर कॉलोनी के निवासियों ने चुनावी मौसम देखते हुए गली मोहल्ले में पानी नहीं तो वोट नहीं के बैनर टांग दिए हैं. जिससे चुनावी तापमान बढ़ गया है.
आजमगढ़ में लगे रोड नहीं तो वोट नहीं के लगे पोस्टर: इसी क्रम में आजमगढ़ में भी रोड़ नहीं तो वोट नहीं को पोस्टर लगाए हैं. व्यापारियों का कहना है कि अगर रोड नहीं बना तो वोट नहीं देंगे. जिले में गड्डा मुक्ति का अभियान चलाया गया था, लेकिन अभियान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया था. जनप्रतिनिधि से लेकर शासन व प्रशासन तक शिकायत भी हुई थी, लेकिन हालत नहीं सुधरे. अब नगर निकाय के मतदान में महज चंद दिन बचे है. तो लोग अब विरोध में उतर आए है. पांच वर्षो से गड्डा मुक्ति नहीं होने से नाराज लोगों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाकर मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
नगर के बीच शहर के पुरानी कोतवाली से दलालघाट जाने वाला मार्ग पर सैकड़ों गड्डे अपनी कहानी बयां कर रहे है. इसी टूटी सड़क पर करीब पांच वर्षो से चलने को मजबूर नगर के व्यापारी व वार्डों के लोग विरोध में उतर आए है. आसिफगंज के रहने वाले व्यापारियों का कहना करीब पांच वर्षो से यह सड़क टूटी है. पूरे जिले की सड़कें बन गई, लेकिन यह सड़क नहीं बनी है. यही नहीं इसकी शिकायत सांसद से की गई, जब सांसद खुद इसी सड़क से गुजर रहे थे. इसी के साथ नगर पालिकाध्यक्ष व डीएम से भी सड़क खराब होने की शिकायत की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और सड़क आजतक नहीं बनी. जिसके कारण थक हारकर अब नगर पालिका का चुनाव है, तो पूरे मोहल्ले के लोगों ने मतदान बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
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