ETV Bharat / state

झांसी : एरच कस्बे में निकाली गई शोभायात्रा, लोगों ने जमकर उड़ाया रंग और गुलाल

झांसी के एरच कस्बे में लोगों पर होली का खुमार चढ़ा हुआ है. इसके चलते जिले में विशाल शोभायात्रा निकाली गई. लोगों का मानना है कि एरच कस्बा प्राचीन समय में हिरण्यकश्यप की राजधानी थी और होली की शुरुआत इसी स्थान से हुई थी.

झांसी के एरच कस्बे में लोगों पर चढ़ा होली का खुमार
author img

By

Published : Mar 19, 2019, 10:24 AM IST

झांसी: जिले के एरच कस्बे में होली का उत्सव शुरु हो गया है. इसके चलते जिले में विशाल शोभायात्रा निकाली गई. हनुमान मंदिर से शुरू हुई इस शोभायात्रा ने पूरे कस्बे का भ्रमण किया. माना जाता है कि एरच कस्बा प्राचीन समय में हिरण्यकश्यप की राजधानी थी और होली की शुरुआत इसी स्थान से हुई थी.

होली का त्योहार आते ही चारों तरफ रंगों की सतरंगी बयार दिखने लगती है. जिसके चलते झांसी के एरच कस्बे में विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया. शोभायात्रा में शंकर भगवान, प्रह्लाद, भगवान नृसिंह की झांकी प्रदर्शित की गई.

झांसी के एरच कस्बे में लोगों पर चढ़ा होली का खुमार

ढोल-नगाड़ों की धुन पर लोग नाचते-गाते और रंग-अबीर उड़ाते हुए नृसिंह मंदिर पहुंचे. यहां नरसिंह भगवान को गुलाल-अबीर चढ़ाया गया और उनकी पूजा की. स्थानीय लोगों ने इस मौके पर जमकर रंग-गुलाल उड़ाये. लोगों ने गाने की धुनों पर थिरक कर होली की मस्ती में हिस्सा लिया.

शोभायात्रा के संयोजक अमित चौरसिया ने बताया कि एरच कस्बे से होली त्योहार की शुरुआत हुई थी. वेदों और पुराणों में जिस त्योहार का उल्लेख है, वह इस ऐतिहासिक नगरी से शुरू हुआ था. हर बार की तरह इस बार भी यहां कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.

झांसी: जिले के एरच कस्बे में होली का उत्सव शुरु हो गया है. इसके चलते जिले में विशाल शोभायात्रा निकाली गई. हनुमान मंदिर से शुरू हुई इस शोभायात्रा ने पूरे कस्बे का भ्रमण किया. माना जाता है कि एरच कस्बा प्राचीन समय में हिरण्यकश्यप की राजधानी थी और होली की शुरुआत इसी स्थान से हुई थी.

होली का त्योहार आते ही चारों तरफ रंगों की सतरंगी बयार दिखने लगती है. जिसके चलते झांसी के एरच कस्बे में विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया. शोभायात्रा में शंकर भगवान, प्रह्लाद, भगवान नृसिंह की झांकी प्रदर्शित की गई.

झांसी के एरच कस्बे में लोगों पर चढ़ा होली का खुमार

ढोल-नगाड़ों की धुन पर लोग नाचते-गाते और रंग-अबीर उड़ाते हुए नृसिंह मंदिर पहुंचे. यहां नरसिंह भगवान को गुलाल-अबीर चढ़ाया गया और उनकी पूजा की. स्थानीय लोगों ने इस मौके पर जमकर रंग-गुलाल उड़ाये. लोगों ने गाने की धुनों पर थिरक कर होली की मस्ती में हिस्सा लिया.

शोभायात्रा के संयोजक अमित चौरसिया ने बताया कि एरच कस्बे से होली त्योहार की शुरुआत हुई थी. वेदों और पुराणों में जिस त्योहार का उल्लेख है, वह इस ऐतिहासिक नगरी से शुरू हुआ था. हर बार की तरह इस बार भी यहां कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.

Intro:
झांसी. एरच कस्बे में होली से पहले एक शोभायात्रा निकाली गई। हनुमान मंदिर से शुरू हुई इस शोभायात्रा ने पूरे कस्बे का भ्रमण किया और इसका समापन नृसिंह मंदिर पर हुआ। सोमवार से होली के धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई जो होली के दिन तक चलेगी। माना जाता है कि एरच कस्बा प्राचीन समय में हिरण्यकश्यप की राजधानी थी और होली की शुरुआत इसी स्थान से हुई थी।





Body:पहले दिन होली की शोभायात्रा में शंकर भगवान, प्रह्लाद, भगवान नृसिंह सहित अन्य की झांकी प्रदर्शित की गई। ढोल-नगाड़ों की धुन पर लोग नाचते-गाते और रंग-अबीर उड़ाते हुए नृसिंह मंदिर पहुँचे। यहां नृसिंह भगवान को गुलाल-अबीर चढ़ाया गया और उनकी पूजा की गई। स्थानीय लोगों ने इस मौके पर जमकर रंग-गुलाल उड़ाये। लोगों ने गाने की धुनों पर थिरक कर होली की मस्ती में हिस्सा लिया।





Conclusion:स्थानीय निवासी और शोभायात्रा के संयोजक अमित चौरसिया ने बताया कि हमारे एरच कस्बे से होली की शुरुआत हुई थी। वेदों और पुराणों में जिस त्योहार का उल्लेख है, वह इस ऐतिहासिक नगरी से शुरू हुई थी। हमे गर्व है कि हम इस एरच कस्बे के रहने वाले हैं। हर बार की तरह इस बार भी यहां कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

बाइट - अमित चौरसिया - शोभायात्रा के संयोजक

लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.