झांसी: लॉकडाउन में सरकारी और गैर सरकारी 80 सामुदायिक रसोईघर लाखों लोगों के लिए राहत का सबब बन गए हैं. ये कम्युनिटी किचन अब तक चार लाख अस्सी हजार से ज्यादा लोगों की भूख मिटा चुके हैं. इनकी गुणवत्ता परखने के लिए खुद जिलाधिकारी अलग-अलग जगह जाकर खाने की जांच करते हैं.
कम्युनिटी किचन से लोगों को मिल रहा खाना
जनपद में 25 सरकारी और 55 गैर सरकारी कम्युनिटी किचन में हर रोज 20 से 22 हजार लोगों का खाना बन रहा है. यहां सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. प्रशासनिक अधिकारी खाने की गुणवत्ता को लेकर मॉनिटरिंग करते हैं. यहां से बने फूड पैकेट क्वारेंटाइन सेंटर और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचते हैं.
डीएम खुद करते हैं खाने की गुणवत्ता की जांच
खाने की गुणवत्ता जानने के लिए जिलाधिकारी आंद्रा वामसी, सीडीओ निखिल टीकाराम फुंडे और सीओ सिटी संग्राम सिंह बस स्टैंड के पास बने एक कम्युनिटी किचन में पहुंचे और सभी ने खाना खाकर गुणवत्ता परखी. इस कम्युनिटी किचन को सहायता समूह के तरफ से चलाया जा रहा है. इसी तरह सभी सरकारी और गैर सरकारी कम्युनिटी किचन की प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गुणवत्ता परखी जा रही है.