चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित मरीना बीच पर भारतीय वायु सेना (IAF) के एयर शो के दौरान दम घुटने और दिल का दौरा पड़ने से पांच लोगों की मौत हो गई. वहीं, पानी और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण 200 से अधिक लोग डिहाइड्रेशन के कारण बेहोश हो गए.
IMD के आंकड़ों के अनुसार सोमवार सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच चेन्नई में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इस घटना से पहले ईटीवी भारत की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया था. टीम रविवार आधी रात चेन्नई पहुंची और एक होटल में ठहरी, जो चेन्नई मरीना के करीब है. इसके बाद सुबह-सुबह ईटीवी भारत तमिलनाडु स्टेट हेड शंकर इस आयोजन के लिए किए जा रहे इंतजामों के बारे में जानने के लिए मरीना बीच पहुंचे.
यहां सफेद वर्दी में ट्रैफिक पुलिस ने कामराज सलाई (कामराज रोड) को ब्लॉक करने की व्यवस्था कर रखी थी, जो दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मरीना बीच से सटा हुआ है. मरीना सर्विस लूप रोड को ब्लॉक कर दिया गया था और छोटे वेंडर्स के ठेलों को सर्विस रोड में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई.
रोज जैसा था माहौल
जब उन्होंने एक नारियल विक्रेता राजेश कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि सुबह 6 बजे से पहले आने वाले विक्रेताओं को समुद्र तट में प्रवेश करने की अनुमति थी. इसके अलावा मरीना में हमेशा की तरह सुबह -सुबह फिटनेस के शौकीनों चहलकदमी कर रहे थे. कबूतरों को हमेशा की तरह जगह पर दाना मिल रहा था. चेन्नई पुलिस के प्रतिष्ठित घुड़सवार बल (हॉर्स स्क्वाड) समुद्र तट क्षेत्र की जांच कर रहे थे.
शंकर ने बताया कि पैराशूट और हेलीकॉप्टर स्टंट के लिए क्षेत्र को सीमांकित करने के लिए ब्लॉक स्थापित किए गए थे. तब तक सब कुछ काफी सामान्य था. फिर मैं अपने कमरे में वापस आ गया और हमने चेकआउट किया और प्रसिद्ध रत्न कैफे में चले गए. वहां हमें असामान्य भीड़ का एहसास होने लगा. लोग होटल में सीट पाने के लिए इंतजार कर रहे थे.
जब उन्होंने वेटर से बात की तो उसने बताया कि रविवार को आम तौर पर भीड़ रहती है, लेकिन इस रविवार को असामान्य रूप से भारी भीड़ देखने को मिल रही है. हमें सीट मिलने में 30 मिनट लग गए. नाश्ते के बाद हम धीरे-धीरे चेन्नई के मरीना बीच की ओर बढ़ रहे थे.
कामराजर रोड पर जाम लगा हुआ था, इसलिए वाहनों की कतार लगी हुई थी. इसलिए हमने बीच की ओर पैदल चलने का फैसला किया. कन्नगी प्रतिमा के पास हम सुबह करीब 10.30 बजे बीच पर पहुंचे, जहां लोग उत्साह के साथ ऐतिहासिक घटना को देखने के लिए इंतजार कर रहे थे.
शहर के कोने-कोने से आए थे लोग
चेन्नई शहर के लोग समुद्र तट के कोने-कोने से उस बीच पर इकट्ठा हुए थे. 3 साल का बच्चा नक्षत्र अपने हाथ में तिरंगा झंडा लिए हुए बोला, "मैं पायलट बनना चाहता हूं". जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे भीड़ बढ़ती गई. जब एयर शो शुरू हुआ तो लोग काफी उत्साहित थे और धूप की परवाह किए बिना एयरफोर्स का उत्साहवर्धन कर रहे थे.
शंकर ने बताया, "हैदराबाद से मेरे साथ आए मेरे सहकर्मी विकास कौशिक ने कहा कि हम मरीना समुद्र के पानी के पास गए. गर्मी बढ़ने के कारण हमें पीने के पानी का कोई सोर्स नहीं मिल पाया. हमने एक छोटे दुकानदार से पानी खरीदा और हमने लेमन सोडा पिया. जब मुझे चक्कर आने लगा, तो मैंने सोचा कि मैं अपने वाहन की ओर बढ़ जाऊं जो लगभग 2 किलोमीटर दूर खड़ा था."
उन्होंने कहा कि एक अन्य सहकर्मी मयूरिका ने समुद्र तट के पास एक पेड़ देखा और वह पेड़ की छाया में आराम करने लगी. उसने कहा, "मुझे कन्नगी प्रतिमा के पास एक छोटा सा पार्क मिला, लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने वहां जाने की अनुमति नहीं दी, लेकिन मैं किसी तरह पेड़ के नीचे जगह पाने में कामयाब रही और कुछ देर के लिए लेट गई."
उन्होंने बताया कि इसके बाद मुख्य कार्यक्रम के 15 से 30 मिनट बाद ही हमने उस जगह से दूर जाने का फैसला किया. जब हमने कामराजर सलाई को पार करने की कोशिश की, तो लोगों की भीड़ सड़क पार कर रही थी, जिसे पहले वीआईपी मूवमेंट के लिए बंद कर दिया गया था. इसलिए हमने मेट्रो का सहारा लिया, जो उस समय कम भीड़भाड़ वाली थी और सड़क पार की.
लोगों की भीड़
इस बीच वहां ट्रिप्लीकेन से लेकर रोयापेट्टा तक लोगों की भीड़ लगी हुई थी. हालांकि, लोग भारी ट्रैफिक में इंतजार कर रहे थे. इस बीच जब उन्होंने आसमान में विमानों की आवाज सुनी तो वे उत्साहित हो गए. वे अपनी सारी जद्दोजहद भूलकर आसमान में विमानों को देखने की कोशिश कर रहे थे.
हम करीब 1.30 बजे भीड़ से बाहर निकलने में कामयाब रहे और माउंट रोड पर पहुंच गए. लेकिन शाम के समय लोगों के बेहोश होने और मरने वालों की संख्या से जुड़ी खबरें सामने आईं. दूसरी तरफ ईटीवी भारत के हेल्थ रिपोर्ट् रविचंद्रन जो इस घटना को कवर कर रहे थे, उन्होंने देखा कि डीहाईड्रेशन के कारण लोग बेहोश हो रहे थे और उन्हें एयरफोर्स और चेन्नई कॉरपोरेशन द्वारा स्थापित मेडिकल कैंप में लाया जा रहा था. रवि ने कहा कि वीआईपी और एंबुलेंस की आवाजाही के लिए लेन को साफ किया जाना अस्पताल तक जल्दी पहुंचने में मददगार रहा.
हीटस्ट्रोक के चलते 5 की मौत
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार हीटस्ट्रोक से के चलते मरीना में 5 लोगों की मौत हो गई. तमिलनाडु के चिकित्सा और परिवार कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा, "भगदड़ के कारण किसी की मौत नहीं हुई, बल्कि लोगों की जान डीहाईड्रेशन की वजह से गई है."
उन्होंने यह भी कहा, "मौतें वास्तव में दुखद हैं, लेकिन इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. अगर कोई राजनीति करने की सोचता है, तो वह विफल हो जाएगा. पांच लोगों की मौत दर्दनाक है. मौतें हाई टेंपरेचर के कारण हुईं है. सभी 5 को मृत लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया था. इलाज के बाद किसी की मौत नहीं हुई." तमिलनाडु सरकार की रिपोर्ट के अनुसार कुल 15 लाख लोगों ने एयरशो देखा.
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