झांसी: अपर निदेशक कार्यालय सभागार में अपर निदेशक डॉ. वीके सिन्हा की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक हुई. इसका संचालन एनएचएम के मण्डलीय परियोजना प्रबंधक आनंद चौबे ने किया. बैठक में मण्डलीय परियोजना प्रबंधक ने पीपीटी के माध्यम से जनपद में गत माह में राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रजनन, महिला, नवजात शिशु, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रमों में किए कार्यों पर चर्चा की.
मलेरिया और डेंगू पर काबू का दावा
महामारी रोग विशेषज्ञ रविदास ने कोविड सहित, मलेरिया और डेंगू पर जनपद की स्थिति पर बताया कि तीन वर्षों में जनपद में डेंगू और मलेरिया के मरीजों में गिरावट देखी गयी है. मण्डल में वर्ष 2018 में डेंगू के 348 मरीज और मलेरिया के 631 मरीज थे. ये घटते हुए वर्ष 2019 में 169 और 375 रह गए. वर्ष 2020 में अभी तक मण्डल में 19 डेंगू और 62 मलेरिया के मरीज मिले हैं. कोविड में मण्डल में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक हो गया है.
एमबीबीएस डॉक्टरों की केंद्रों पर ड्यूटी
अपर निदेशक ने निर्देश दिए कि मण्डल के तीनों जिलों में जिस केंद्र पर डॉक्टर नहीं है, वहां जनपद के एमबीबीएस डॉक्टर की रोस्टर के अनुसार हफ्ते में दो दिन ड्यूटी लगाई जाए. जहां दवाइयों की उपलब्धता निर्देशों के अनुसार नहीं है, वह भी सुनिश्चित कराएं. उन्होने कहा कि सरकार की संचालित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत जिन केन्द्रों पर महिला अधिकारी हैं, वहां एक हेल्प डेस्क बनाई जाए.
वार्षिक लक्ष्य पूरा करें
अपर निदेशक ने कहा कि वर्ष के 6 माह कोविड में चले गए. अब बचे हुए समय में वार्षिक लक्ष्यों की पूर्ति पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए. ऐसी रणनीति बनाएं कि सारी गतिविधियां मार्च तक पूर्ण हो जाएं. उन्होंने निर्देश दिए कि सभी लोग जमीनी स्तर पर बेहतर सेवाएं देने में सहयोग दें. जहां भी सुधार की जरूरत है, उसके लिए अपने संबन्धित अधिकारी से बात करें और वह कार्य पूर्ण कराएं.
जिला अस्पतालों में ओपीडी बढ़ाने के निर्देश
जिला अस्पतालों को निर्देश देते हुए अपर निदेशक ने कहा कि अस्पताल में ओपीडी की संख्या बढ़ाए जाने के लिए चिकित्साधीक्षक अपने अस्पताल में समीक्षा बैठक करें.
झांसी मण्डल में कोरोना का रिकवरी रेट 95 प्रतिशत, MBBS डॉक्टरों की यहां होगी तैनाती - झांसी में कोरोनावायरस
झांसी मण्डल में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक पहुंच गया है. गुरुवार को अपर निदेशक डॉ. वीके सिन्हा की अगुवाई में हुई बैठक में ये बात सामने आई.
झांसी: अपर निदेशक कार्यालय सभागार में अपर निदेशक डॉ. वीके सिन्हा की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक हुई. इसका संचालन एनएचएम के मण्डलीय परियोजना प्रबंधक आनंद चौबे ने किया. बैठक में मण्डलीय परियोजना प्रबंधक ने पीपीटी के माध्यम से जनपद में गत माह में राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रजनन, महिला, नवजात शिशु, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रमों में किए कार्यों पर चर्चा की.
मलेरिया और डेंगू पर काबू का दावा
महामारी रोग विशेषज्ञ रविदास ने कोविड सहित, मलेरिया और डेंगू पर जनपद की स्थिति पर बताया कि तीन वर्षों में जनपद में डेंगू और मलेरिया के मरीजों में गिरावट देखी गयी है. मण्डल में वर्ष 2018 में डेंगू के 348 मरीज और मलेरिया के 631 मरीज थे. ये घटते हुए वर्ष 2019 में 169 और 375 रह गए. वर्ष 2020 में अभी तक मण्डल में 19 डेंगू और 62 मलेरिया के मरीज मिले हैं. कोविड में मण्डल में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक हो गया है.
एमबीबीएस डॉक्टरों की केंद्रों पर ड्यूटी
अपर निदेशक ने निर्देश दिए कि मण्डल के तीनों जिलों में जिस केंद्र पर डॉक्टर नहीं है, वहां जनपद के एमबीबीएस डॉक्टर की रोस्टर के अनुसार हफ्ते में दो दिन ड्यूटी लगाई जाए. जहां दवाइयों की उपलब्धता निर्देशों के अनुसार नहीं है, वह भी सुनिश्चित कराएं. उन्होने कहा कि सरकार की संचालित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत जिन केन्द्रों पर महिला अधिकारी हैं, वहां एक हेल्प डेस्क बनाई जाए.
वार्षिक लक्ष्य पूरा करें
अपर निदेशक ने कहा कि वर्ष के 6 माह कोविड में चले गए. अब बचे हुए समय में वार्षिक लक्ष्यों की पूर्ति पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए. ऐसी रणनीति बनाएं कि सारी गतिविधियां मार्च तक पूर्ण हो जाएं. उन्होंने निर्देश दिए कि सभी लोग जमीनी स्तर पर बेहतर सेवाएं देने में सहयोग दें. जहां भी सुधार की जरूरत है, उसके लिए अपने संबन्धित अधिकारी से बात करें और वह कार्य पूर्ण कराएं.
जिला अस्पतालों में ओपीडी बढ़ाने के निर्देश
जिला अस्पतालों को निर्देश देते हुए अपर निदेशक ने कहा कि अस्पताल में ओपीडी की संख्या बढ़ाए जाने के लिए चिकित्साधीक्षक अपने अस्पताल में समीक्षा बैठक करें.