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एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के पिता बोले- मेरा बेटा कोई अपराधी नहीं था, कोर्ट से मिलेगा इंसाफ

बहुचर्चित पुष्पेंद्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में पुष्पेंद्र के पिता हरिश्चंद्र यादव ने कहा कि मेरा बेटा कोई अपराधी नहीं था. पुलिस ने लेनदेन के लिए उसे बुलाया था और विवाद होने पर उसका कत्ल कर दिया था.

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मृतक पुष्पेंद्र के पिता हरिश्चंद्र यादव
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Published : Sep 14, 2022, 1:07 PM IST

Updated : Sep 14, 2022, 1:16 PM IST

झांसी: जिले के बहुचर्चित पुष्पेंद्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. हाईकोर्ट ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. झांसी के मोंठ थाना इलाके में 5, 6 अक्तूबर 2019 की रात बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था. पुलिस का दावा था कि मुठभेड़ से कुछ घंटे पहले पुष्पेंद्र ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर गोली चलाई थी. आरोप था कि इसके बाद पुष्पेंद्र थानाध्यक्ष की कार लेकर चला गया था. इसके बाद रात तकरीबन तीन बजे पुष्पेंद्र मुठभेड़ में मारा गया था. जबकि, पुष्पेंद्र के परिजनों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के जरिए हत्या का आरोप लगाया था. इस मामले में जमकर राजनीति गरमाई थी.

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मृतक के गांव का दौरा भी किया था. वहीं, पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी यादव की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. इस पर फैसला सुनाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. मृतक पुष्पेंद्र के पिता हरिश्चंद्र यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरा बेटा कोई अपराधी नहीं था कि हम उसकी मौत पर चुप बैठ जाते. वह ट्रक चलवाता था. पुलिस ने लेनदेन के लिए उसे बुलाया था और विवाद होने पर उसका कत्ल कर दिया था.

मृतक पुष्पेंद्र यादव के पिता हरिश्चंद्र यादव ने दी जानकारी
झांसी के बहुचर्चित पुष्पेंद्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में यूपी सरकार को झटका लगा है. मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. जस्टिस सुनीत कुमार और जस्टिस सैयद वैज मियां की खंडपीठ ने पुष्पेन्द्र के परिजनों की याचिका पर यह आदेश दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 29 सितम्बर को होगी. इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर हाईकोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है.

गौरतलब है कि चर्चित पुष्पेंद्र यादव पुलिस एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराने की मांग पर हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था. साथ ही तत्कालीन एसएसपी झांसी ओपी सिंह को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर पूरे मामले का ब्यौरा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था. पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी की याचिका पर कार्रवाई जारी थी. याचिका पर अधिवक्ता इमरान उल्लाह और शिवम यादव ने कोर्ट को बताया था कि एनकाउंटर करने वाले इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र सिंह चौहान एसएसपी के रिश्तेदार हैं. इसलिए वह इंस्पेक्टर को बचाने का प्रयास कर रहे हैं.

इसे भी पढे़-पुष्पेंद्र यादव: साजिश या एनकाउंटर, यूपी पुलिस पर उठे सवाल

घटना के बाद मीडिया को दिए गए बयान में एसएसपी और इंस्पेक्टर के बयान में कई विरोधाभास हैं. याचिका में आरोप लगाया है कि पुष्पेंद्र यादव की पुलिस ने हत्या कर दी और इसे एनकाउंटर का केस बनाने के लिए कहानी गढ़ी गई. अब सच क्या है वह तो सीबीआई जांच से ही सामने आएगा. याचिका में उस समय रहे एसएसपी झांसी ओपी सिंह के साथ-साथ प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पक्षकार बनाया गया था. उच्च न्यायालय ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

विरोध के बाद झांसी में हुआ था पुष्पेन्द्र का अंतिम संस्कार

झांसी मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव का मामला गरमा गया था. परिजनों ने पुलिस पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार नहीं किया था. उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी. पुलिस और प्रशासनिक अफसर दिन भर पुष्पेंद्र के शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाते रहे, लेकिन वह नहीं माने थे. इसके बाद देर शाम पुलिस शव को लेकर झांसी आई थी. यहां प्रेमनगर स्थित श्मशान घाट में पुष्पेंद्र के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. दूसरी ओर परिवार के लोगों ने आरोप लगाया था कि पुष्पेंद्र बालू खनन और उसके ट्रांसपोर्ट का काम करता था. हाईकोर्ट के आदेश के बाद मृतक पुष्पेंद्र के परिजनों ने न्याय की उम्मीद जताई है.


कौन था पुष्पेंद्र यादव

झांसी पुलिस के हाथों मारा गया पुष्पेंद्र यादव झांसी के करगुआं गांव का रहने वाला था. उसके पिता सीआईएसएफ में थे. पिता की आंखों की रोशनी चले जाने के बाद पुष्पेंद्र के बड़े भाई रवींद्र को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी. पुष्पेंद्र का एक और भाई दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है. घरवालों के मुताबिक, पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे, जिनसे वह बालू और गिट्टी की ढुलाई करता था.


यह भी पढ़े-पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर: भाई बोला- यदि मेरा भाई कभी जेल गया हो तो साबित करके दिखाए सरकार

झांसी: जिले के बहुचर्चित पुष्पेंद्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. हाईकोर्ट ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. झांसी के मोंठ थाना इलाके में 5, 6 अक्तूबर 2019 की रात बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था. पुलिस का दावा था कि मुठभेड़ से कुछ घंटे पहले पुष्पेंद्र ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर गोली चलाई थी. आरोप था कि इसके बाद पुष्पेंद्र थानाध्यक्ष की कार लेकर चला गया था. इसके बाद रात तकरीबन तीन बजे पुष्पेंद्र मुठभेड़ में मारा गया था. जबकि, पुष्पेंद्र के परिजनों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के जरिए हत्या का आरोप लगाया था. इस मामले में जमकर राजनीति गरमाई थी.

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मृतक के गांव का दौरा भी किया था. वहीं, पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी यादव की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. इस पर फैसला सुनाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. मृतक पुष्पेंद्र के पिता हरिश्चंद्र यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरा बेटा कोई अपराधी नहीं था कि हम उसकी मौत पर चुप बैठ जाते. वह ट्रक चलवाता था. पुलिस ने लेनदेन के लिए उसे बुलाया था और विवाद होने पर उसका कत्ल कर दिया था.

मृतक पुष्पेंद्र यादव के पिता हरिश्चंद्र यादव ने दी जानकारी
झांसी के बहुचर्चित पुष्पेंद्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में यूपी सरकार को झटका लगा है. मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. जस्टिस सुनीत कुमार और जस्टिस सैयद वैज मियां की खंडपीठ ने पुष्पेन्द्र के परिजनों की याचिका पर यह आदेश दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 29 सितम्बर को होगी. इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर हाईकोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है.

गौरतलब है कि चर्चित पुष्पेंद्र यादव पुलिस एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराने की मांग पर हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था. साथ ही तत्कालीन एसएसपी झांसी ओपी सिंह को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर पूरे मामले का ब्यौरा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था. पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी की याचिका पर कार्रवाई जारी थी. याचिका पर अधिवक्ता इमरान उल्लाह और शिवम यादव ने कोर्ट को बताया था कि एनकाउंटर करने वाले इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र सिंह चौहान एसएसपी के रिश्तेदार हैं. इसलिए वह इंस्पेक्टर को बचाने का प्रयास कर रहे हैं.

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घटना के बाद मीडिया को दिए गए बयान में एसएसपी और इंस्पेक्टर के बयान में कई विरोधाभास हैं. याचिका में आरोप लगाया है कि पुष्पेंद्र यादव की पुलिस ने हत्या कर दी और इसे एनकाउंटर का केस बनाने के लिए कहानी गढ़ी गई. अब सच क्या है वह तो सीबीआई जांच से ही सामने आएगा. याचिका में उस समय रहे एसएसपी झांसी ओपी सिंह के साथ-साथ प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पक्षकार बनाया गया था. उच्च न्यायालय ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

विरोध के बाद झांसी में हुआ था पुष्पेन्द्र का अंतिम संस्कार

झांसी मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव का मामला गरमा गया था. परिजनों ने पुलिस पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार नहीं किया था. उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी. पुलिस और प्रशासनिक अफसर दिन भर पुष्पेंद्र के शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाते रहे, लेकिन वह नहीं माने थे. इसके बाद देर शाम पुलिस शव को लेकर झांसी आई थी. यहां प्रेमनगर स्थित श्मशान घाट में पुष्पेंद्र के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. दूसरी ओर परिवार के लोगों ने आरोप लगाया था कि पुष्पेंद्र बालू खनन और उसके ट्रांसपोर्ट का काम करता था. हाईकोर्ट के आदेश के बाद मृतक पुष्पेंद्र के परिजनों ने न्याय की उम्मीद जताई है.


कौन था पुष्पेंद्र यादव

झांसी पुलिस के हाथों मारा गया पुष्पेंद्र यादव झांसी के करगुआं गांव का रहने वाला था. उसके पिता सीआईएसएफ में थे. पिता की आंखों की रोशनी चले जाने के बाद पुष्पेंद्र के बड़े भाई रवींद्र को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी. पुष्पेंद्र का एक और भाई दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है. घरवालों के मुताबिक, पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे, जिनसे वह बालू और गिट्टी की ढुलाई करता था.


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Last Updated : Sep 14, 2022, 1:16 PM IST
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