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लॉकडाउन में सड़क किनारे रहने वाले बच्चों को चाइल्ड लाइन ने बांटे राशन के किट - चाइल्ड लाइन ने बांटे राशन के किट

कोरोना महामारी की दूसरी लहर में झुग्गी-झोपड़ी और सड़क किनारे रहने वाले बहुत सारे परिवारों के सामने भुखमरी की स्थिति बन गई है. ऐसे में परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने झांसी में गरीब परिवारों को फूड पैकेट और राशन किट बांटे.

चाइल्ड लाइन ने बांटे राशन के किट
चाइल्ड लाइन ने बांटे राशन के किट
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Published : May 13, 2021, 10:22 AM IST

झांसी: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में झुग्गी-झोपड़ी और सड़क किनारे रहने वाले बहुत सारे परिवारों के सामने भुखमरी की स्थिति बन गई है. लोगों को शहर में कोई दिहाड़ी का काम नहीं मिल रहा है. ऐसे में जरूरतमंद परिवारों के लिए परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने बुधवार को कई स्थानों पर भोजन के पैकेट एवं राहत राशन सामग्री का वितरण किया.

चाइल्ड लाइन के जिला संयोजक अमरदीप वमोनिया ने अपनी टीम के सदस्यों रामलखन यादव, हेमंत पस्तोर के साथ झांसी शहर के मुख्य चौराहों में सर्वे किया. इसमें पाया गया कि जेल चौराहा सड़क के किनारे बनी झुग्गी-झोपड़ी में 15 परिवार रहते है, जिनमें बच्चों की संख्या 40 है. यह परिवार सड़क किनारे भीख मांगने एवं गुब्बारे बेचने का कार्य करते है. लॉक डाउन होने से लोगों का आवागमन बंद है, जिससे इन लोगों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया हैं. संस्था की टीम ने ऐसे परिवारों को राशन सामग्री वितरण की, जिससे ये लोग भूखें न सोयें.

इसे भी पढ़ें : प्रशासन की पोल खोलतीं लाशें, दफन करने के लिए नहीं बची जगह

चाइल्ड लाइन झांसी के निदेशक संजय सिंह ने कहा कि हमें ऐसे परिवार, खासकर बच्चे जो सड़क किनारे ही अपना जीवन यापन करते है, उन पर ज्यादा ध्यान देना होगा और देखना होगा कि कोई भी बच्चा भूखा न सोये. कई परिवार जो रोज-खाने कमाने का कार्य करते हैं, लॉकडाउन में उनकी आजीविका प्रभावित हुई है. ऐसी स्थिति में उन परिवारों तक मदद पहुंचनी होगी. उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों की मदद के साथ-साथ कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है.

झांसी: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में झुग्गी-झोपड़ी और सड़क किनारे रहने वाले बहुत सारे परिवारों के सामने भुखमरी की स्थिति बन गई है. लोगों को शहर में कोई दिहाड़ी का काम नहीं मिल रहा है. ऐसे में जरूरतमंद परिवारों के लिए परमार्थ समाज सेवी संस्थान द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने बुधवार को कई स्थानों पर भोजन के पैकेट एवं राहत राशन सामग्री का वितरण किया.

चाइल्ड लाइन के जिला संयोजक अमरदीप वमोनिया ने अपनी टीम के सदस्यों रामलखन यादव, हेमंत पस्तोर के साथ झांसी शहर के मुख्य चौराहों में सर्वे किया. इसमें पाया गया कि जेल चौराहा सड़क के किनारे बनी झुग्गी-झोपड़ी में 15 परिवार रहते है, जिनमें बच्चों की संख्या 40 है. यह परिवार सड़क किनारे भीख मांगने एवं गुब्बारे बेचने का कार्य करते है. लॉक डाउन होने से लोगों का आवागमन बंद है, जिससे इन लोगों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया हैं. संस्था की टीम ने ऐसे परिवारों को राशन सामग्री वितरण की, जिससे ये लोग भूखें न सोयें.

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चाइल्ड लाइन झांसी के निदेशक संजय सिंह ने कहा कि हमें ऐसे परिवार, खासकर बच्चे जो सड़क किनारे ही अपना जीवन यापन करते है, उन पर ज्यादा ध्यान देना होगा और देखना होगा कि कोई भी बच्चा भूखा न सोये. कई परिवार जो रोज-खाने कमाने का कार्य करते हैं, लॉकडाउन में उनकी आजीविका प्रभावित हुई है. ऐसी स्थिति में उन परिवारों तक मदद पहुंचनी होगी. उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों की मदद के साथ-साथ कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है.

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