झांसी: एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के गांव करगुवां में इस समय माहौल गर्म है. मृतक के भाई रवींद्र सिंह से गांव में ईटीवी भारत संवाददाता ने बातचीत की. रवींद्र सीआईएसएफ में दिल्ली में तैनात हैं और उन्होंने बताया कि घटना के समय वह दिल्ली में मौजूद थे. रवींद्र को पुलिस ने पुष्पेंद्र के साथ नामजद किया है. रवींद्र ने कहा कि यह पूरी तरह से हत्या का मामला है.
मर्डर छिपाने के लिए कहानी गढ़ने का आरोप
रवींद्र ने बताया कि मैं ड्यूटी पर था. ड्यूटी के बाद बस में बैठकर कैम्प आ रहा था. उसी समय पिता ने फोन कर घटना के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि रात से पुष्पेंद्र का फोन नहीं लग रहा है. वह ट्रक छुड़ाने गया था. कुछ पता ही नहीं चला हम लोगों को. दोस्तों को फोन मिलाया. सब गांव में थे. उसके नम्बर पर रिंग जा रही थी. पुलिस ने एनकाउंटर नहीं, मर्डर किया है. हत्या को छिपाने के लिए फर्जी कहानी बनाई.
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रुपये लेनदेन के विवाद का आरोप
रवींद्र ने बताया कि बहू बेहोश है. रो-रोकर बुरा हाल है. लोगों ने बताया कि गाड़ी छुड़ाने को लेकर पैसे के लेनदेन का विवाद था. गाड़ी नहीं छोड़ी तो पुष्पेंद्र ने पैसे वापस मांगे. छोटे भाई ने कहा कि पैसे नहीं दोगे तो हम वीडियो वायरल कर देंगे. तुम्हारी नौकरी चली जायेगी. इसके चलते हत्या कर दी.
हत्या का केस दर्ज करने की मांग
रवींद्र ने कहा कि पुलिस का हत्या का केस दर्ज करने का इरादा नहीं है. एसएसपी ने झूठा बयान दिया है. सारे लोग जेल जाएंगे. मेरे सामने एडीजी थे. मैंने केस दर्ज करने को कहा तो इनकार किया. सीबीआई जांच और ज्यूडिशियल जांच को कहा तो यह भी नहीं माना.