झांसीः जिले में नहरों की सिल्ट सफाई के नाम पर हुए घोटाले के मामले में सिंचाई विभाग के तत्कालीन अधिशाषी अभियंता, लेखाधिकारी और कैशियर के अलावा छह फर्मों के खिलाफ नवाबाद थाने में केस दर्ज कराया गया है. सिंचाई विभाग के बेतवा नहर प्रखंड के अधिशाषी अभियंता उमेश कुमार की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है.
सिंचाई विभाग झांसी में तैनात तत्कालीन अधिशाषी अभियंता और वर्तमान में प्रतापगढ़ में तैनात संजय कुमार, झांसी में तैनात कैशियर अजीत कुमार और लेखाधिकारी सतीश प्रजापति पर केस दर्ज किया गया है. इनके अलावा इंद्रजीत सिंह मेसर्स कामाक्षी सप्लायर्स, अभिषेक राठौर मेसर्स शब्द कंस्ट्रक्शन, अखिलेश कुमार तिवारी एवं राम नरेश तिवारी मेसर्स अनुज कंस्ट्रक्शन, रोहित माटा मेसर्स रोहित कंस्ट्रक्शन, जानकी प्रसाद मेसर्स जेपी इंटरप्राइजेज और बाबू प्रसाद तिवारी मेसर्स बाबू प्रसाद तिवारी नाम की फर्मों पर केस दर्ज किया गया है.
बिना काम भुगतान का आरोप
सिंचाई विभाग के अफसरों, कर्मचारियो और फर्मों पर आरोप है कि राजकीय कोष से 77 लाख 41 हजार एक सौ तीस रुपये का अनियमित भुगतान करा लिया गया. बिना कोई काम कराए सांठगांठ कर सरकारी धन का गबन कर लिया गया. एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता ने अभियोग पंजीकृत कराया है कि लगभग सतहत्तर लाख रुपये का गबन किया गया है. बिना प्रपत्रों के रुपये का भुगतान करा लिया गया है. विवेचना की जा रही है और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.