जौनपुर : पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में गुरुवार को बीएससी प्रथम वर्ष कीपरीक्षा कराईजानीथी, जिसमें गलती के कारणद्वितीय वर्ष का प्रश्नपत्र बांट दिया गया, जिसके कारण परीक्षार्थियों ने परीक्षा का विरोध किया. छात्र-छात्राओं के विरोध के कारण सभी केंद्रों में परीक्षाकोरद्द करदिया गया. वहीं, इस पूरे मामले में जांच के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कमेटी का गठन किया है.
पूर्वांचल विश्वविद्यालय की तरफ से सम्बद्ध महाविद्यालयों में वार्षिक परीक्षा का आयोजन कराया जा रहा है. गुरुवार को बीएससी प्रथम वर्ष प्राणी विज्ञान की परीक्षा थी, जिसमें 705 महाविद्यालयों के 18 हजार 500 छात्र-छात्राएं शामिल हुए. परीक्षा के लिए जब छात्रों को प्रश्नपत्र दिया गया तो छात्रों ने उसे देखकर विरोध करना शुरू कर दिया. छात्रों का कहना था कि यह द्वितीय वर्ष का प्रश्नपत्रहै और हम लोग प्रथम वर्ष के छात्र हैं. छात्रों के विरोध के बाद सभी केंद्रों पर परीक्षा निरस्त कर दी गई है.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने गठित की जांच समिति
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस गलती को गंभीरता से लेते हुए एक जांच कमेटी का गठन किया गया है औररिपोर्ट के आने पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन की यह दूसरी गलती है. इसके पहले, पिछले महीने 28 मार्च को अर्थशास्त्र के पेपर में हिंदी का प्रश्नपत्र बांट दिया गया था.
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर राजीव ने कहा कि जीव विज्ञान केप्रश्नपत्र की परीक्षा थी.जब छात्रों को प्रश्नपत्र बांटा गया तो टाइटल सही था मगर अंदर के पृष्ठ में कठिन प्रश्न थे, जिसके कारण छात्रों ने आपत्ति की.विश्वविद्यालय से जुड़े 705 महाविद्यालयों में 18 हजार 500 छात्रों के ही पेपर में समस्या आई है.
उन्होंने कहा कि जांच समिति गठित कर दी गई है. जांच रिपोर्ट पर आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. अगर हमें पुनः परीक्षा की जरूरत पड़ेगी तो हम लोगपरीक्षा कराने का प्रयास करेंगे. जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बना दी गई है. कुछ जगह परीक्षा हुईहैं तोकुछ जगह नहीं हो पाईहैं. जांच के अनुसार ही आगे कार्रवाई की जाएगी.