जौनपुर: जिले के पांचवे कोरोना संक्रमित व्यक्ति के दीवानी न्यायालय में एक अप्रैल को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होने की खबर सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिला जज, डीएम, एसपी और अन्य न्यायिक अधिकारी तथा काफी संख्या में पुलिस बल ने दीवानी परिसर में पहुंचकर जायजा लिया. अधिकारियों के निर्देश पर नगर पालिका की ओर से दीवानी परिसर को विधिवत सैनिटाइज कराया गया. एक-एक कोर्ट कक्ष, चेंबर और अधिवक्ताओं की सीट का सैनिटाइजेशन किया गया. रिमांड मजिस्ट्रेट और कोर्ट मुंशी समेत 5 लोगों के सैंपल लिए गए हैं और इसे कोरोना की जांच के लिए भेजा गया है. साथ ही पांचों लोगों को 14 दिन क्वारंटाइन रहने की सख्त हिदायत दी गई है.
दिल्ली की तबलीगी जमात में शामिल सात आरोपी 31 मार्च को गिरफ्तार किए गए. एक अप्रैल को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष इन्हें पेश किया गया. व्यक्तिगत बंधपत्र और अन्य कागजात पर उसने और रिमांड मजिस्ट्रेट ने हस्ताक्षर किए थे. कोर्ट मुंशी ने दस्तावेजों को पेश किया. आरोपियों को व्यक्तिगत बंधपत्र पर जमानत दी गई और क्वारंटाइन में रहने के लिए निर्देशित किया गया था. इसके बाद आरोपी की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई. इसके बाद उस गांव को सील कर दिया गया, जहां पर वह रुका था.
इसके बाद जब यह खबर सामने आई कि उसे रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष भी पेश किया गया था. साथ ही कागजात के माध्यम से वह, कोर्ट मुंशी और रिमांड मजिस्ट्रेट एक दूसरे के संपर्क में आए, तब प्रशासनिक महकमा हरकत में आ गया. पांचों लोगों का सैंपल लेकर उन्हें क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया गया. उस दिन अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई थी. कई अधिवक्ता भी मौजूद थे. आरोपियों के अधिवक्ता का भी पता लगाया गया, लेकिन जानकारी नहीं हो सकी. आरोपियों को लाने वाले पुलिसकर्मियों और कुछ अन्य लोगों की भी जांच की संभावना है.
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