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जौनपुर जेल में होती है अवैध वसूली, ब्लैक में मिलता है प्याज-आलू, देखें VIDEO... - Bhagesh Mishra

जौनपुर जिला कारागार में हुए बवाल के बाद से जेल का एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो, बैरक के बाहर से बनाया गया है. जिस वीडियो में आरोप लगाया गया है कि जेल में मुलाकातियों से अवैध वसूली होती थी, साथ ही वहां की कैंटीन में एक किलो प्याज के लिए 150 तो एक किलो आलू के लिए 100 रुपये वसूले जाते थे.

जौनपुर जेल बवाल का सच
जौनपुर जेल बवाल का सच
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Published : Jun 6, 2021, 6:56 PM IST

Updated : Jun 6, 2021, 7:12 PM IST

जौनपुर: जौनपुर जिला कारागार में हुए बवाल के बाद से जेल का एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो, बैरक के बाहर दीवार के उसपार से बनाया गया है. जहां, जेल में बंद कैदी जेल प्रशासन के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. वीडियो में जेल प्रशासन द्वारा चलाई जा रही कैंटीन में 100 रुपये किलो आलू और लगभग 150 रुपये किलो प्याज देने की बात कही जा रही है. यह वीडियो जिस दिन जेल बवाल हुआ उसी दिन का बताया जा रहा है.

जौनपुर जिला कारागार में कैदी की अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत के बाद जेल में बवाल हो गया था. जिसके बाद से जेल में जांच के दौर लगातार चल रहे हैं. जिला प्रशासन पांच सदस्य टीम का गठन कर कैदियों से गहनता से पूछताछ कर रहा है. इसकी मॉनिटरिंग जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही है. जेल में बवाल के चलते 100-150 अज्ञात कैदियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. लेकिन इस दौरान कुछ हैरान करने वाली बात भी सामने आई है.

जौनपुर जेल का वीडियो हो रहा वायरल.

जेल में जिस दिन बवाल हुआ उस दिन बैरक के बाहर से एक वीडियो शूट किया गया. इस वीडियो ने जेल के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार की कई परतों को खोल कर रख दिया है. वीडियो में जेल में निरुद्ध कैदी के द्वारा बताया जा रहा है कि जेल के अंदर प्याज और आलू 150 से 100 रुपये किलो दिया जाता है. वीडियो ने जेल प्रशासन की कलई खोल दी है. जेल में किस कदर भ्रष्टाचार का जाल फैला हुआ है उसका अंदाजा कैदियों की बात से लगाया जा सकता है. कैदियों ने यहां तक बताया कि बात सामने आने पर या विरोध करने पर उनकी पिटाई भी की जाती है. कैदियों ने बताया कि जेल मैन्युअल के हिसाब से यहां कोई भी काम नहीं हो रहा है.

प्रभावशाली कैदियों को मिलती है छूट

जेल में कई सालों से निरुद्ध कैदियों को कई मामलों में छूट मिलती है. प्रभावशाली कैदियों का दबदबा जेल में बने होने के कारण इन्हें रियायत मिलती है. नए कैदियों से यहां पैसे जमकर वसूले जाते हैं. मुलाकात के नाम पर कैदियों से 100-200 रुपये लिए जाते हैं. अगर मुलाकात में कोई सामान आता है तो उसे अंदर ले जाने के लिए दो तरह से 'वसूली' होती है. सामान अंदर ले जाने का रेट 500 रुपये है अन्यथा सामान में हिस्सा करना होता है. कैदी से मिलने वाले परिजन अक्सर उनसे मिलने के लिए फल लाते हैं. इसे अंदर ले जाने के लिए कुछ हिस्सा 'लम्बरदार' रख लेता है, बाकी का हिस्सा कैदी अंदर लेकर जाता है.

सिगरेट, तम्बाकू से लेकर सब कुछ है उपलब्ध

जौनपुर जेल के अंदर मुहं मांगे दाम पर सब कुछ उपलब्ध है. साथ ही जेल के अंदर सभी चीजों के रेट फिक्स हैं. सुविधा शुल्क देने के बाद सारी सुविधाएं जेल के अंदर मिल जाती हैं. अगर आपको तम्बाकू की जरुरत है तो 10 रुपये में उपलब्ध है वहीं माचिस की डिबिया का रेट भी 10 रुपये है. जेल के अंदर सिगरेट भी 15 से 20 रुपये में उपलब्ध है.

छापे से पहले लग जाती है खबर

प्रशासन जेल के अंदर मोबाइल न होने के लाख दावे कर ले मगर जेल में धड़ल्ले से मोबाइल चलते हैं. जेल के अंदर का तंत्र इतना मजबूत है कि छापे की सूचना पहले ही लग जाती है. छापेमारी के वक्त तक इन सभी चीजों का बंदोबस्त हो जाता है और प्रशासन को जेल के अंदर सभी चीजें 'चुस्त और दुरुस्त' मिलती हैं.

बैरक बदलवाने का भी है रेट

जेल के अंदर बैरक बदलवाने का भी रेट तय है. सामान्य बैरक से लेकर स्पेशल बैरक की भी व्यवस्था है. सामान्य बैरक के लिए जहां 3000 रुपये का रेट है तो वहीं 14 नम्बर में बने स्पेशल कक्ष के लिए 15,000 रुपये का रेट है. स्पेशल बैरक में टाइल्स के साथ कूलर की व्यवस्था है. इतना ही नहीं बल्कि अटैच्ड बाथरूम भी 14 नम्बर की बैरक में है.

जेल अधीक्षक ने खारिज किया आरोप

वायरल वीडियो के संदर्भ में जब जेल अधीक्षक एसके पांडे ने पूछा गया तो उन्होंने सभी आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं. जेल में व्यवस्था चाक चौबंद है. वायरल वीडियो के बारे में उन्होंने कहा कि इसके संदर्भ में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

जौनपुर: जौनपुर जिला कारागार में हुए बवाल के बाद से जेल का एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो, बैरक के बाहर दीवार के उसपार से बनाया गया है. जहां, जेल में बंद कैदी जेल प्रशासन के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. वीडियो में जेल प्रशासन द्वारा चलाई जा रही कैंटीन में 100 रुपये किलो आलू और लगभग 150 रुपये किलो प्याज देने की बात कही जा रही है. यह वीडियो जिस दिन जेल बवाल हुआ उसी दिन का बताया जा रहा है.

जौनपुर जिला कारागार में कैदी की अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत के बाद जेल में बवाल हो गया था. जिसके बाद से जेल में जांच के दौर लगातार चल रहे हैं. जिला प्रशासन पांच सदस्य टीम का गठन कर कैदियों से गहनता से पूछताछ कर रहा है. इसकी मॉनिटरिंग जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही है. जेल में बवाल के चलते 100-150 अज्ञात कैदियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. लेकिन इस दौरान कुछ हैरान करने वाली बात भी सामने आई है.

जौनपुर जेल का वीडियो हो रहा वायरल.

जेल में जिस दिन बवाल हुआ उस दिन बैरक के बाहर से एक वीडियो शूट किया गया. इस वीडियो ने जेल के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार की कई परतों को खोल कर रख दिया है. वीडियो में जेल में निरुद्ध कैदी के द्वारा बताया जा रहा है कि जेल के अंदर प्याज और आलू 150 से 100 रुपये किलो दिया जाता है. वीडियो ने जेल प्रशासन की कलई खोल दी है. जेल में किस कदर भ्रष्टाचार का जाल फैला हुआ है उसका अंदाजा कैदियों की बात से लगाया जा सकता है. कैदियों ने यहां तक बताया कि बात सामने आने पर या विरोध करने पर उनकी पिटाई भी की जाती है. कैदियों ने बताया कि जेल मैन्युअल के हिसाब से यहां कोई भी काम नहीं हो रहा है.

प्रभावशाली कैदियों को मिलती है छूट

जेल में कई सालों से निरुद्ध कैदियों को कई मामलों में छूट मिलती है. प्रभावशाली कैदियों का दबदबा जेल में बने होने के कारण इन्हें रियायत मिलती है. नए कैदियों से यहां पैसे जमकर वसूले जाते हैं. मुलाकात के नाम पर कैदियों से 100-200 रुपये लिए जाते हैं. अगर मुलाकात में कोई सामान आता है तो उसे अंदर ले जाने के लिए दो तरह से 'वसूली' होती है. सामान अंदर ले जाने का रेट 500 रुपये है अन्यथा सामान में हिस्सा करना होता है. कैदी से मिलने वाले परिजन अक्सर उनसे मिलने के लिए फल लाते हैं. इसे अंदर ले जाने के लिए कुछ हिस्सा 'लम्बरदार' रख लेता है, बाकी का हिस्सा कैदी अंदर लेकर जाता है.

सिगरेट, तम्बाकू से लेकर सब कुछ है उपलब्ध

जौनपुर जेल के अंदर मुहं मांगे दाम पर सब कुछ उपलब्ध है. साथ ही जेल के अंदर सभी चीजों के रेट फिक्स हैं. सुविधा शुल्क देने के बाद सारी सुविधाएं जेल के अंदर मिल जाती हैं. अगर आपको तम्बाकू की जरुरत है तो 10 रुपये में उपलब्ध है वहीं माचिस की डिबिया का रेट भी 10 रुपये है. जेल के अंदर सिगरेट भी 15 से 20 रुपये में उपलब्ध है.

छापे से पहले लग जाती है खबर

प्रशासन जेल के अंदर मोबाइल न होने के लाख दावे कर ले मगर जेल में धड़ल्ले से मोबाइल चलते हैं. जेल के अंदर का तंत्र इतना मजबूत है कि छापे की सूचना पहले ही लग जाती है. छापेमारी के वक्त तक इन सभी चीजों का बंदोबस्त हो जाता है और प्रशासन को जेल के अंदर सभी चीजें 'चुस्त और दुरुस्त' मिलती हैं.

बैरक बदलवाने का भी है रेट

जेल के अंदर बैरक बदलवाने का भी रेट तय है. सामान्य बैरक से लेकर स्पेशल बैरक की भी व्यवस्था है. सामान्य बैरक के लिए जहां 3000 रुपये का रेट है तो वहीं 14 नम्बर में बने स्पेशल कक्ष के लिए 15,000 रुपये का रेट है. स्पेशल बैरक में टाइल्स के साथ कूलर की व्यवस्था है. इतना ही नहीं बल्कि अटैच्ड बाथरूम भी 14 नम्बर की बैरक में है.

जेल अधीक्षक ने खारिज किया आरोप

वायरल वीडियो के संदर्भ में जब जेल अधीक्षक एसके पांडे ने पूछा गया तो उन्होंने सभी आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं. जेल में व्यवस्था चाक चौबंद है. वायरल वीडियो के बारे में उन्होंने कहा कि इसके संदर्भ में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

Last Updated : Jun 6, 2021, 7:12 PM IST
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