जौनपुर: मकर संक्रांति पर उत्तर प्रदेश सहित अन्य जिलों में पतंग उड़ाने की पुरानी परंपरा चली आ रही है. इसके तहत मार्केट सजे हुए हैं और तरह-तरह के पतंगे दुकानों पर बेची जा रही हैं. इसमें योगी, मोदी, टॉम जेरी, छोटा भीम और पब्जी गेम जैसे पोस्टर मार्केटों में आकर्षण का केंद्र हैं. बच्चे अपने-अपने पसंद के कलाकारों और राजनीतिक पार्टियों के पतंग खरीद कर उड़ाने का काम कर रहे हैं.
मकर संक्रांति पर चायनीज मांझा बैन
प्रशासन की ओर से प्रतिबंधित चाइनीज मांझा और प्लास्टिक मांझा पर अभियान चलाकर उसे पकड़ने का काम किया जा रहा है. इस बार मकर संक्रांति पर पतंग लड़ाने की परंपरा खतरे में नजर आ रही है. पतंग के शौकीन पहाड़ी मांझा के तरफ आकर्षित हो रहे है, फिर भी मार्किट में पहाड़ी मांझा प्रयाप्त रूप से नहीं है.
चायनीज मांझे को लेकर प्रशासन सख्त. पहाड़ी मांझा की ओर लोग आकर्षितजिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर शहर में चाइनीज मांझा और प्लास्टिक के मांझा पर अभियान चलाकर उसे पकड़ने का आदेश दिया गया है. इस पर प्रशासन ने सघन अभियान चलाकर उसे जब्त करने का काम कर रही है. मल्हनी विधानसभा के क्षेत्र करंजाकला में अभी भी कुछ दुकानों पर चाइनीज मांझा खुलेआम बिक रहे हैं.
मांझा खरीददारअजय कुमार गुप्ता ने बताया कि अब हम लोग चाइनीज मांझा प्रतिबंध होने के बाद पहाड़ी मांझा से पतंग उड़ा रहे हैं, जिससे किसी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं है. विकास यादव ने बताया कि हम लोगों ने चाइनीज मांझा बंद कर दिए हैं. इससे हाथ कट जाते हैं और लोगों को भी नुकसान होता है. हम प्लास्टिक के मांझे से पतंग उड़ाने का काम करते हैं.
प्रशासन चेकिंग कर जब्त कर रही चायनीज मांझा
दुकानदार शिव कुमार गुप्ता ने बताया कि इस बार दुकानों पर मकर संक्रांति को देखते हुए कई प्रकार के पतंग मार्केट में हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी, टॉम जेरी एवं पब्जी जैसे पतंग बेचे रहे हैं.
चाइनीज मांझा पर बोलते हुए शिव कुमार ने कहा कि चोरी छुपे हर जगह चाइनीज मांझा बिक रहा हैं. प्रशासन चेकिंग अभियान चला रही है. उसके आने पर हम लोग मांझा छुपा देते हैं. मार्केट में पहाड़ी मंझा भी है जिसे हम लोग बेचने का काम करते हैं. अब वही बेचा जा रहा है, जिससे लोगों को नुकसान नहीं है.