जौनपुर: जिले के केराकत विकासखंड के अंतर्गत भितरी गांव में जल संचयन के लिए बांध और तालाब का काम मनरेगा के तहत कराया गया. लेकिन यह पूरा काम प्रधान ने अपनी मर्जी से जेसीबी और ट्रैक्टर के माध्यम से करा लिया. वहीं मजदूरों को 200 रुपये देकर उनके खाते से बाकी का पैसा निकलवा लिया गया.
क्या है पूरा मामला-
- मनरेगा का काम प्रधान ने अपनी मर्जी से जेसीबी और ट्रैक्टर के माध्यम से करा लिया.
- मजदूरों के नाम पर भुगतान करवाकर एक बड़ी धनराशि भी निकाली गई.
- मजदूरों ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि इस काम के लिए मजदूरों को महज 200 रुपये दिए गए.
- अधिकारियों की मिलीभगत के चलते मनरेगा में भ्रष्टाचार जारी है.
- मजदूरों के शिकायत के बाद अधिकारी इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं.
प्रधान जी हम लोगों से हर बार अंगूठा का निशान लेकर पैसा निकाल लेते हैं. कभी चार हजार तो कभी पांच हजार रुपये आते हैं, लेकिन हम लोगों को तो 200 रुपये ही मिलते हैं.
-प्रमिला, मनरेगा मजदूर