जौनपुर: आधार कार्ड अब जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, जिसकी जरूरत अब बैंक से लेकर राशन कार्ड और स्कूल के एडमिशन में भी है. इसी वजह से इन दिनों आधार कार्ड बनवाने और उसमें संशोधन के लिए लोगों को काफी मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं. जनपद में आधार कार्ड केवल कुछ जगहों पर ही बन रहे हैं. इन आधार सेंटर पर आए दिन लोगों की लंबी लाइन लगती है. ऐसा ही कुछ पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डाकघर पर देखने को मिला. यहां आधार कार्ड बनवाने आए बुजुर्ग रामदास ने बताया कि आधार कार्ड बनवाने के लिए वह तड़के ही लाइन में लग जाते हैं फिर भी नंबर आते-आते उन्हें निराशा ही हाथ लगती है.
मुख्य बातें
- पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डाकघर पर आधार कार्ड बनवाने के लिए लाइन लगती है.
- इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा है.
- पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आधार सेंटर पर केवल 30 लोगों के आधार कार्ड बनते हैं.
जौनपुर में आधार कार्ड बनवाना अब काफी मुश्किल हो गया है. जनपद के प्रधान डाकघर से लेकर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डाकघर में इन दिनों आधार कार्ड बन रहे हैं और उनमें संशोधन हो रहा है. यहां आधार कार्ड बनवाने आए लोगों का कहना है कि इन सेंटरों पर गिनती के कुछ लोगों के ही आधार कार्ड बन पाते हैं.
दरअसल जिले के पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आधार सेंटर पर केवल 30 लोगों के आधार कार्ड बनते हैं, जबकि वहां पर लाइन में सैकड़ों लोग लग जाते हैं. इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता दिख रहा है और न ही लोग मास्क लगाए दिख रहे.
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के डाकघर में आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को हो रही मुसीबतों का आलम यह है कि लोग आधार कार्ड के लिए तड़के ही लाइनों में लग जाते हैं, फिर भी सुबह तक उन्हें फार्म नहीं मिल पाता है. इसके कारण उन्हें निराशा हाथ लगती है. लाइन में लगे रामदास बताते हैं कि वह 2 दिनों से यहां आ रहे हैं. अपनी बेटी के स्कूल में एडमिशन के लिए आधार कार्ड का संशोधन करवाना है. आधार कार्ड में संशोधन के लिए वह तड़के ही लाइन में लगे थे, लेकिन आज भी उन्हें निराशा हाथ लगी है.
यहां कोई सिस्टम नहीं है. इसके कारण मुझे परेशानी हो रही है. तड़के ही लाइन में लगने के बावजूद भी मेरा आधार कार्ड नहीं बन पा रहा. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का भी बिल्कुल पालन नहीं हो रहा है.
-आकाश यादव, पीड़ित