जौनपुरः लाइन बाजार थाना क्षेत्र के फूलपुर निवासी चंद्रशेखर तिवारी की बीमारी के दौरान लखनऊ में मौत हो गई. मौत के बाद गांव के ही प्लाटर जितेंद्र मिश्रा शव लेकर दाह संस्करा करने के लिए रामघाट पहुंचे, तो मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर पहुंचे भाजपा नेता व परिजनों का आरोप है कि संपत्ति के लिए उसकी हत्या की गई है. फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
परिजनों ने अंत्येष्टि स्थल पर घंटों किया हंगामा
रामघाट के पास सुबह से शव को लेकर पूरे दिन तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. वहीं, घटना की सूचना पर कुछ भाजपा नेता भी अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचकर धरने पर बैठ गए. पुलिस के अनुसार मृतक व्यक्ति का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया जाएगा. वहीं, दूसरी तरफ भाजपा नेता व परिजनों का आरोप है कि मृतक की हत्या हुई है. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तस्वीरें साफ हो जाएंगी कि हत्या है कि आत्महत्या. इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
शव लेकर प्लाटर पहुंचा अंत्येष्टि स्थल
जिले के लाइन बाजार क्षेत्र के फूलपुर निवासी चंद्रशेखर तिवारी की बीमारी के दौरान लखनऊ में मौत हो गयी. मौत के बाद चंद्रशेखर तिवारी का शव गांव के प्लाटर जितेंद्र मिश्रा लेकर दाह संस्कार करने के लिए रामघाट पहुंचा, तो मौके पर पहुंचे परिजनों ने इनकी हत्या का अंदेशा कर शव को दाह संस्कार करने से रोक दिया है और रामघाट पर हंगामा करने लगे. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. परिजनों की तहरीर पर मामला भी पंजीकृत कर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. वही परिजन प्रॉपर्टी को लेकर हत्या करने की आशंका जता रहे हैं. मृतक के पास गांव में काफी संपत्ति बताया जा रहा है.
एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल करता रहा शिफ्ट
चंद्र शेखर तिवारी की 1 सप्ताह पहले तबीयत खराब हो गई थी. प्लाटर जितेंद्र मिश्रा ने चंद्र शेखर तिवारी को लखनऊ के इनोवा हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. परिजनों का आरोप है कि बिना उन्हें किसी सूचना के एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाते रहे, जब उनके परिजनों द्वारा जितेंद्र मिश्रा से पूछा गया कि चंद्र शेखर तिवारी के स्वास्थ्य में किस प्रकार का सुधार है. जितेंद्र मिश्रा के द्वारा इस संबंध में टालमटोल किए जाने से परिजन आशंकित हुए और उनकी खोजबीन करने लगे.
14 से 15 करोड़ की है संपत्ति
परिजनों को यह पता चला की चंद्र शेखर तिवारी की मृत्यु हो गई और उनकी अंत्येष्टि के लिए रामघाट ले गए हैं. परिजनों ने वहां पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया और पोस्टमार्टम की मांग करने लगे. मृतक चंद्रशेखर तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत में जनपद के कुछ भू माफिया और कुछ माननीय लोगों की संलिप्तता मानी जा रहा है. वहीं, मृतक चंद्र शेखर तिवारी प्रॉपर्टी (मुंबई व जौनपुर) की कीमत लगभग 14 से 15 करोड़ मानी जा रहा है.
सीओ सिटी कुलदीप कुमार ने बताया कि लाइन बाजार थाना क्षेत्र के फूलपुर गांव निवासी चंद्रशेखर तिवारी की मृत्यु हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि गांव के ही जितेंद्र मिश्र द्वारा उनका इलाज लखनऊ में कराया जा रहा था, जहां उनकी मौत हुई है. आज सुबह रामघाट और उनकी अंत्येष्टि की जा रही थी. मृतक के बड़े भाई का आरोप है कि उनकी मौत बीमारी से नहीं हुई है. इस मामले को लेकर शव का पोस्टमार्टम कराकर अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है.
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